- पांचवी व आठवीं के अंकपत्र और टीसी भी करानी होगी जमा

- गुम होने की स्थिति में दर्ज करानी होगी एफआईआर

LUCKNOW : बेसिक शिक्षा परिषद के जिले के परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच कराई जा रही है। शिक्षक क्लास पांच और आठ की टीसी व अंकपत्र के फेर में फंस कर रख गए हैं। विभाग ने सभी जरूरी प्रपत्रों के साथ इसकी भी मांग की है। अब शिक्षकों को क्लास पांच और आठ की टीसी या अंकपत्र जुटाने में मुश्किलें पैदा हो रही हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह प्रपत्र अनिवार्य रूप से जमा करने के निर्देश दिए हैं।

पिछले दस वर्षो से तैनात की होगी जांच

जिले के परिषदीय स्कूलों में पिछले दस वषरें में जिन शिक्षकों ने तैनाती पाई है उनके शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच कराई जा रही है। इसको लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ। अमर कांत सिंह ने निर्देश दिया है कि नियुक्ति के समय अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत किए गए शैक्षिक एवं अन्य अभिलेख, आवेदन पत्र, पैन, आधार, निवास, जाति प्रमाण पत्रों की कॉपी और दो फोटो जमा कराना होगा। उन्होंने 11 दिसंबर तक कार्यालय में सभी अभिलेखों को जमा कराने का निर्देश दिया है। इसके अलावा शिक्षकों को क्लास पांच व आठ की टीसी व अंकपत्र भी जमा कराना होगा। बीएसए ने इसको अनिवार्य रूप से जमा कराने का निर्देश दिया है। शिक्षक टीसी व अंकपत्र के फेर में फंस गए हैं। उन्होंने कभी स्कूलों से इसे निकालने की आवश्यकता नहीं समझी। एक अनुमान के मुताबिक जिले में करीब 300 शिक्षक हैं जिनके प्रमाण पत्रों की जांच कराई जाएगी। शिक्षक क्लास पांच और आठ की टीसी या अंकपत्र देने में असमर्थता जता रहे हैं। जमा ना कराने के तमाम बहाने बना रहे हैं। बीएसए ने बताया कि 11 दिसंबर के बाद सभी शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच कराई जाएगी। जमा कराना अनिवार्य है।

कोट

शिक्षक पांचवी और आठवीं क्लास के टीसी व अंकपत्र देने में आनाकानी कर रहे हैं। कईयों का कहना है कि उनकी टीसी या अंकपत्र खो गई है तो उन्होंने एफआईआर दर्ज करानी होगी। बाद में उसकी भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच कराने का आदेश शासन ने दिया है।

- डॉ। अमर कांत सिंह, बीएसए