-छठ पूजा के लिए महिलाओं ने तैयारी की पूरी

-चार दिन तक चलता है पर्व, दो नवंबर को होगा समापन

बरेली। चार दिन तक चलने वाले भगवान सूर्य के उपासना का महापर्व छठ थर्सडे को नहाय खाय के साथ शुरू हो जाएगा, जो दो नवंबर को समाप्त होगा। छठ पूजा के लिए महिलाओं ने पूजन की तैयारियां शुरू कर ली हैं। शहर के कई एरिया में छठ पूजा के लिए घाटों की सफाई की गई।

घर और घाट पर की गई सफाई

पूजन के लिए महिलाओं ने अपने घरों की सफाई की। साथ ही जगह-जगह बनाए गए घाट की भी सफाई कराई गई। इज्जतनगर के छपरा कॉलोनी में घाट का निर्माण व्रत रखने वालों ने किया। वहीं न्यू मॉडल रेलवे कॉलोनी स्थित शिव-पार्वती मंदिर में भी घाट को दुरुस्त किया गया। आरयू परिसर में छठ पूजा की तैयारी के लिए कुंड की सफाई और पेंटिंग कराई गई।

मिट्टी के चूल्हे पर बनता है भोजन

पहले दिन यानी नहाय खाय में भक्त जलाशय में स्नान करते हैं। इसके बाद अपने लिए पूरा खाना तैयार करते हैं। इस दौरान लौकी-भात और चना की दाल खाते हैं। यह भोजन मिट्टी के चूल्हे पर तैयार किया जाता है।

पूजन सामग्री में यह जरूरी सामान

पूजन में नए बांस के सूप और डाला का प्रयोग किया जाता है। इस व्रत में सूप, नारियल, घी, गन्ने, ठेकुआ, दीपक, धूप, मौसमी फल आदि सामग्री शामिल है।

किस दिन कौन होती है पूजा

पहले दिन-नहाय खाय

दूसरे दिन-खरना

तीसरे दिन-डूबते हुए सूर्य को अग्र दिया जाता है

चौथे दिन- उगते हुए सूर्य को अग्र दिया जाता है।

छपरा कॉलोनी में पूर्वाचल की तरह ही छठ पर्व मनाया जाता है। यहां 100 से ज्यादा लोग पूजन करते हैं।

-रामेश्वर चौबे

हम लोग ही मिलकर घाट तैयार करते हैं। घरों में भी सफाई कर ली गई है। इसमें नगर निगम की कोई भूमिका नहीं होती।

मालती देवी