- कानून-व्यवस्था से जुड़े सवालों पर सीएम का मानना, शहर में नहीं हो रहे आपराध

- कहा, सिटी में हाईटेक पुलिस कंट्रोल रूम बनने के बाद से क्राइम रेट में आई कमी

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KANPUR : चीफ मिनिस्टर को उनके अफसर गुमराह कर रहे हैं या फिर उनके पास सच्चाई का सामना करने की हिम्मत नहीं है। एक ओर हत्या, लूट, डकैती की ताबड़तोड़ घटनाओं से शहरवासी हलकान हैं। वहीं सूबे के मुखिया अखिलेश यादव का कहना है कि कानपुर क्राइम-फ्री सिटी है। उनके अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम बनने के बाद शहर की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से अंडर कंट्रोल है।

'आपको कोई खतरा है क्या.'

शहर की कानून-व्यवस्था से जुड़े सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने उल्टा मीडिया वालों से ही पूछ लिया कि आपको कोई खतरा है क्या.? जब आपको कोई खतरा नहीं है तो भला जनता को कैसे खतरा होगा। अखिलेश आगे बोले कि कानपुर जैसा पुलिस कंट्रोल रूम पूरे सूबे में कहीं नहीं है। जब से यह बना है तब से हत्या, लूट, डकैती जैसे अपराध हुए क्या हालांकि, जब पत्रकारों ने जब बताया कि हर तरह का अपराध हो रहा है। डकैती का तो खुलासा अब तक नहीं हुआ तो सीएम चुप्पी साध गए।

रिस्पॉन्स टाइम में तेजी

बदायूं में दो सगी बहनों के साथ रेप के बाद फांसी पर लटकाकर हत्या का मामला हो या आगरा में दिनदहाड़े बैंक डकैती की सनसनीखेज वारदात इन दुस्साहसिक आपराधिक वारदातों से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम में तेजी आई है। दोनों ही घटनाओं में अपराधी पुलिस की गिरफ्त में है। आगरा बैंक डकैती के तीसरे अपराधी को पुलिस ने एमपी जाकर गिरफ्तार किया।

इनसेट

म् महीने बाद पूछेंगे केन्द्र से

लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की करारी शिकस्त के बाद पहली बार कानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने भले ही शहर में बिजली संकट और बदहाल इंफ्रास्ट्रक्चर की असली वजह केन्द्र सरकार को बताया हो, लेकिन जाते-जाते सीएम यह भी कह गए कि केन्द्र सरकार को अभी म् महीने का समय दिया गया है। छह महीने बाद केन्द्र सरकार के कामकाज पर टीका-टिप्पणी की जाएगी।