-सीएम ने बरेली विजिट के दौरान अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश

-सभी जिलों से 10-10 मिनट का पहले लिया प्रेजेंटेशन

बरेली-कोरोना मरीजों के मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मरीजों को तुरंत इलाज मिलना चाहिए और कांट्रेक्ट ट्रेसिंग पर फोकस होना चाहिए। सभी को मिल जुलकर प्रयास करने होंगे तभी इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। कोरोना से 10 कदम आगे चलना होगा, तभी इस पर विजय प्राप्त की जा सकती है। कमिश्नरी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोविड की मंडलीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए। करीब एक घंटे की मीटिंग में सीएम ने सभी जिलों के डीएम से 10-10 मिनट की प्रेजेंटेशन ली और फिर सभी को जरूरी निर्देश दिए। मीटिंग में जनप्रतिनिधियों को भी सीएम ने शामिल कर लिया। सीएम बरेली तो आए लेकिन उन्होंने सिर्फ कोविड पर बात की। जनप्रतिनिधियों ने उन्हें यूरिया की शार्टेज के बारे में जानकारी दी।

मीटिंग में दिए ये निर्देश

1. कांटेक्ट ट्रैसिंग पर हो जोर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीटिंग में कहा कि शासन के प्रति जनता का विश्वास और अधिक मजबूत करना है, इसके लिए मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देनी होगी। उन्होंने कहा कि संक्रमण को हर हाल में रोकना होगा। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे और कांट्रेक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने के निर्देश दिए। कोरोना की सैंपलिंग बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि स्वयं का बचाव और दूसरों का बचाव करके ही इस जानलेवा बीमारी पर नियंत्रण किया जा सकता है। सीएम ने बरेली के कंट्रोल रूम की तरह ही मंडल के अन्य जिलों को भी इसी तरह के कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए।

2. सभी का कराएं एंटीजेन टेस्ट

सीएम ने निर्देश दिए कि सर्वे कर के सभी का एंटीजेन टेस्ट कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय पर मरीज को एम्बुलेंस मिले और अस्पताल में उसकी समय से देख रेख हो, इसे सुनिश्चित किया जाना होगा। उन्होंने कहा कि सíवलांस जितना सशक्त होगा, कोरोना को रोकना उतना ही आसान होगा, और यह कार्य इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से बहुत सुविधाजनक तरीके से किया जा सकता है। सीएम ने कहा कि रेस्पांस टाइम को कम से कम किया जाए, हालांकि उन्होंने बरेली की स्थिति को बेहतर बताया।

3. सेप्रेट बाथरूम और टॉयलेट जरूरी

मंडल की समीक्षा में सीएम ने कहा कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों को अधिक से अधिक ट्रेनिंग देने की जरूरत है। इनकी समय समय पर मॉनिटरिंग भी की जाए। कोविड के मरीजों को जो दवाइयां दी जा रही हैं, उनकी उपलब्धता भी अनुमान से अधिक है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन की स्थिति में यह जरूर देखा जाए कि मरीज के लिए अलग बेड रूम और प्रथक टॉयलेट है या नहीं। अलग से बेडरूम और टॉयलट नहीं होने पर यह सुविधा नहीं मिलेगी।

4. एल 2 हॉस्पिटल की संख्या बढ़ाएं

सीएम ने कहा कि जरूरत पड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल की सर्विस ली जाएं। इसकी पूरी डिटेल डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन तैयार करे। इसके लिए अलग से डिप्टी सीएमओ की ड्यूटी लगायी जाए, जो आईएमए से संपर्क करे। सीएम ने कहा कि एल-2 अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्हांने कहा कि हॉस्पिटल में कम से कम 48 घंटे की आक्सीजन की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने मंडल के सभी डीएम से कहा कि वह अपने अपने जिले के जिला अस्पताल, कोविड अस्पताल, पीएचसी आदि पर माइक की व्यवस्था करें और लगातार कोरोना की जानकारी उपलब्ध कराते रहें। मॉस्क पहनने की अनिवार्यता और सोशल डिस्टेंसिंग आदि के लिए भी इसी पीए सिस्टम से लगातार सूचना प्रसारित की जाती रहनी चाहिए। उन्हांने कहा कि यही कार्य पुलिस प्रशासन को भी करना चाहिए।

5. प्राइवेट हॉस्पिटल की हो मॉनिटरिंग

सीएम के संज्ञान में आया है कि प्राइवेट हॉस्पिटल मरीजों को उस समय तक रेफर नहीं करते हैं, जब तक उनकी कंडीशन क्रिटिकल नहीं हो जाती है। जिला प्रशासन को इस स्थिति से निपटना होगा, इसके लिए प्राइवेट हॉस्पिटल्स की मॉनिटरिंग करनी होगी।