इस बार 9वीं और 11वीं के बच्चों के लिए भाी होगी व्यवस्था

टीचर्स बोले, बच्चे समझ पाएंगे कांसेप्ट

Meerut । बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को सीबीएसई ने बड़ी राहत दी है। रिजल्ट सुधारने के लिए बोर्ड ने स्टूडेंट्स को टॉपर की कॉपियां दिखाने की स्कीम में इस बार 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को भी शामिल किया है। अभी तक केवल 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को ही यह सुविधा दी जा रही थी। बोर्ड अधिकारियों का मानना है कि इससे स्टूडेंट्स बेहतर राइटिंग स्किल्स सीख सेंकेंगे।

वेबसाइट पर होंगे अपलोड

सीबीएसई की वेबसाइट पर आंसर शीट्स अपलोड की जाएंगी। स्टूडेंट्स इन्हें डाउनलोड कर सकते हैं, वहीं स्कूल भी अपनी तरफ से अपलोड कर स्टूडेंट्स को इन्हें प्रोवाइड करवा सकते हैं। बोर्ड के इस स्टेप से स्टूडेंट्स जहां क्वेश्चन पेपर समझ पाएंगे, वहीं उन्हें अटेंप्ट करने का तरीका भी समझ आएगा। बोर्ड का कहना है कि सबसे ज्यादा फायदा वीक स्टूडेंट्स को होगा। पेपर लिखने का तरीका समझकर उन्हें भी अच्छे मा‌र्क्स पाने में मदद मिलेगी।

दूर होगा कन्फ्यूजन

बोर्ड के अनुसार, अक्सर स्टूडेंट्स की शिकायत होती है कि पूरा आंसर लिखने के बाद भी उन्हें प्रॉपर मा‌र्क्स नहीं मिले या उनके नंबर कम आए हैं। ऐसे में टॉपर्स की कॉपी देखकर बच्चे जहां खुद की तैयारी का आकलन कर पांएगे, वहीं ये भी समझ पाएंगे कि किस तरह से आंसर लिखा जाए। स्टूडेंट्स का इस बात का कंफ्यूजन दूर होगा कि पूरा जवाब लिखने के बाद भी नंबर कहां कट सकते हैं। वहीं, आंसर का प्रेजेंटेशन कैसे किया जाना चाहिए।

अलग-अलग कैटेगरी में

बोर्ड की ओर से स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बच्चों की कॉपियों को सैंपल पेपर के रूप में तैयार करें। आंसर शीट्स को भी तीन तरह से अपलोड किया जाएगा। इसमें पहले लेवल नेशनल टॉपर्स का होगा, दूसरे नंबर पर स्टेट टॉपर्स की कॉपियां आएंगी, जबकि तीसरे लेवल पर जिला स्तर पर टॉप करने वाले स्टूडेंटृस को शामिल किया जाएगा। बोर्ड का ये भी निर्देश है कि स्कूल अपनी इच्छा से स्कूल टॉपर की कॉपियां भी दिखा सकते हैं।

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बोर्ड का ये बहुत अच्छा स्टेप है। इससे दूसरे स्टूडेंट्स को आइडिया मिलता है। हाई स्कोर करने और हाइलाइट्स बनाने में मदद मिलती है।

विनिता आर्या, टीचर, केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस

इन दिनों कॉम्पीटिशन टफ है। एक-एक नंबर के लिए फाइट होती है। ऐसे में किस तरह से हाई स्कोर किया जा सकता है, बोर्ड के इस स्टेप से ये जानने में बहुत मदद मिलेगी।

नाजिश जमाली, एकेडमिक डायरेक्टर, शांति निकेतन विद्यापीठ