-बच्चों की सेफ्टी को लेकर पुलिस कर रही अवेयर

-बरेली के इज्जतनगर में गोली चलने से बच्ची हुई थी घायल

BAREILLY: गन डज नॉट बिलॉन्ग टू एवरी वन, स्पेशियली फॉर चिल्ड्रेन, यह लाइंस पुलिस ने उन पेरेंट्स के लिए तैयार की हैं, जो असलहे को खिलौना समझकर बच्चों के हाथों में थमा देते हैं। घर में रखे हथियारों से बच्चों के साथ होने वाले हादसों के चलते पुलिस ने सोशल साइट्स पर अवेयरनेस कैंपेन शुरू की है। जिसमें असलहे को बच्चों की पहुंच से दूर रखने की सलाह दी गई है।

बच्चों की पहुंच तक हथियार

अक्सर देखने में आता है कि लोग सेफ्टी के लिए घर में लाइसेंसी हथियार रखते हैं। कई लोग अवैध हथियार भी घर में सेफ्टी के बहाने रखते हैं। रात के वक्त लोग हथियार बिस्तर के नीचे ही रख देते हैं। ताकि जरूरत पर आसानी से उठा सकें। इसके अलावा कुछ लोग ऐसी जगह हथियार रख देते हैं, जहां बच्चों की पहुंच आसान होती है। इन्हीं जगहों से बच्चे आसानी से हथियार उठा लेते हैं और खेल-खेल में गोली चल जाती है। कई बार बच्चों की जान भी चली जाती है तो कई बार वह गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं।

तमंचा रखा थ्ा घर में

बरेली के छोटी विहार में भी कुछ इसी तरह की घटना कुछ दिनों पहले हुई थी। यहां प्राइवेट जॉब करने वाले शख्स ने चोरी की वारदातों के चलते अपने घर में तमंचा रख लिया था। उसने तमंचा बिस्तर पर रख दिया। वह पत्‍‌नी के साथ दूसरे रूम में चला गया, इसी दौरान 5 वर्ष की बच्ची ने तमंचा उठाया और उसके हाथ से गोली चल गई थी। बच्ची कई दिन हॉस्पिटल में एडमिट रही थी। इसी तरह की घटना दो महीने पहले शाहजहांपुर के सिंधौली में हुई थी, जहां खेल-खेल में भाई ने घर में रखे तमंचे से गोली चला दी थी, जिसमें दूसरे भाई की मौत हो गई थी।

इन बातों का रखें ध्यान

-घर में सेफ्टी के लिए हथियार रखें लेकिन अवेयर रहें

-हथियार के बारे में बच्चों को कभी न बताएं

-हथियार बिस्तर के नीचे बिल्कुल भी न रखें

-अलमारी में भी रखें तो ऊंचाई पर

-बच्चों के सामने हथियार का प्रदर्शन भी बिल्कुल न करें

-हो सके तो बच्चों को खिलौने वाली गन भी न दें