इंडिया फेम मैग्जीन के पांचवे अवार्ड शो में पहुंचे टीवी कलाकार सलीम जैदी और सिंगर संदीप बरार

शो में शहर की मशहूर हस्तियों को किया गया सम्मानित, मॉडलिंग शो में बच्चों ने बांधा समां

Meerut । इंडिया फेम मैग्जीन की तरफ से रविवार को होटल हाइफन में पांचवें अवार्ड शो का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के योगेंद्र गुप्ता, दीपक गुप्ता, राजेंद्र जैन को टीवी सीरियल फेम सलीम जैदी ऊर्फ टिल्लू और पंजाबी सिंगर संदीप बरार ने सम्मानित किया। कार्यक्रम की आयोजक और मैग्जीन की डायरेक्टर अंजु शर्मा ने बताया कि ये मैग्जीन का पांचवा सम्मान समारोह है, जिसमें हर बार की तरह शहर की प्रमुख हस्तियों को सम्मानित किया जाता है। साथ ही शहर के बच्चों को सेलीब्रीटीज के सामने रैंप वॉक का मौका देकर उनकी प्रतिभा को भी मंच देने का काम किया जाता है।

गणेश वंदना से हुई शुरुआत

कार्यक्रम की शुरूआत रंगशाला के बच्चों ने गणेश वंदना के साथ की। इसके बाद मॉडलिंग शो की शुरूआत हुई। इस दौरान मॉडल्स बनकर रैंप पर उतरे शहर के बच्चों ने दोनों सेलीब्रिटी के सामने बॉलीवुड के गानों पर रैंप वॉक किया और अपना इंट्रोडक्शन दिया। मॉडलिंग शो की बीच-बीच में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

टिल्लू ने बांधा समां

भाभी जी घर पर हैं टीवी सीरियल फेम सलीम जैदी ऊर्फ टिल्लू ने मंच पर गुर्दे छील दूंगा डॉयलॉग क्या बोला हर तरफ तालियों की शोर गूंजने लगा। टिल्लू ने अपने अंदाज में फिर कहा, अरे सेठजी मेरी तन्ख्वाह दे रियो हो कि नसुनकर सभी दर्शक और बच्चे लोट-पोट हो गए।

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गायकी की दुनिया में मां है पहली इंस्पीरेशन: संदीप बरार

मेरठ। सेम टाइम सेम जगह गाने से देश और विदेश में युवा दिलों की सैनसेशन बन चुके पंजाबी सिंगर संदीप बरार रविवार को मेरठ पहुंचे। इस दौरान संदीप ने बताया कि गायकी की दुनिया में उनकी पहली इंस्पीरेशन उनकी मां और फिर गुरदास मान हैं।

संदीप गाने की शुरुआत कैसे हुई?

मैं फैमिली के साथ मुक्तसर लक्खेवाली का रहने वाला हूं। मां घर पर खास कार्यक्रमों पर गाना गाया करती थी। मैंने स्कूल में एक बार गाना गाया तो टीचर ने फिर मुझे पूरी गजल का रियाज कराया। स्कूल में गाते-गाते कब लोगों के लिए गाने लगा पता ही नहीं लगा।

क्या मां ने आपके सिंगिंग के शौक को सपोर्ट किया?

पंजाबी फैमिली और नाच-गाना न हो। गाना गाना और गुरदास मान जैसा बनने के सपने को मां ने बड़ा सपोर्ट किया। जिसकी बदौलत आज यहां पहुंच गया हूं।

हर जगह आप छाए हैं गाड़ी हो या घर, शादी हो या बरात?

जी सब, ऊपर वाले का शुक्र है। मेरी पूरी टीम की मेहनत यहां लेकर आई है।

क्या सेम टाइम सेम जगहगाने से आपको सेम उम्मीदें थी?

जी एक सिंगर को अपने हर गाने से उम्मीद होती है। मगर ये गाना मुझे जहां ले आया यहां आने की उम्मीद मुझे हरगिज नहीं थी।

पंजाबी गाने के अलावा क्या प्लानिंग है?

मैं व‌र्ल्ड टूर कर चुका हूं। मुंबई में भी एक फिल्म मेरे गाने पर काम चल रहा है। नए साल पर एक नए गाने के साथ अपने कद्रदानों से मुलाकात होगी।

बॉलीवुड का सपना कमजोर हिंदी के साथ कैसे पूरा होगा?

मेरी लैंग्वेज कट्टर पंजाबी जो हिंदी पर भारी पड़ जाती है पर मैं काम चला लेता हूं। यहां तक आ गए तो वाहे गुरू आगे भी ले जाएंगे।