- सुलतानपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री जय प्रताप सिंह 'जैकी'

- शिक्षिका को दिये प्रशंसा पत्र में ढेरों व्याकरणीय अशुद्धियां बनी चर्चा का विषय

<- सुलतानपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री जय प्रताप सिंह 'जैकी'

- शिक्षिका को दिये प्रशंसा पत्र में ढेरों व्याकरणीय अशुद्धियां बनी चर्चा का विषय

LUCKNOW lucknow@inext.co.in

LUCKNOW : 'सभी बच्चों से पूछने पर ज्ञात हुआ कि बच्चों की पढ़ाई बहुत ही गुणवत्तापुर्वक हो रही है तथ देश, प्रदेश, जिला तथा अग्रेजी और स्वच्छता और वन से सम्बधित जानकारी सब को है.'पहली नजर में इन पंक्तियों में व्याकरण की ढेरों अशुद्धियां मिल जाएंगी, जिसे कोई बच्चा भी पकड़ ले। आप सोच रहे होंगे कि यह किसी बच्चे ने लिखा है, जिसे हिंदी का ज्यादा ज्ञान नहीं पर, आपको जानकर हैरत होगी यह पंक्तियां उस प्रशंसा पत्र का हिस्सा हैं, जिसे खुद लिखा है प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह 'जैकी' ने। सुलतानपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण के लिये पहुंचे थे। विद्यालय की व्यवस्थाओं और शिक्षिका व बच्चों की परफॉरमेंस से मंत्री जी इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने हाथों से प्रशंसा पत्र लिखकर शिक्षिका को दे दिया। पर, अब यही प्रशंसा पत्र लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

प्रशंसा पत्र लिखने में गच्चा खा गए

प्रदेश के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह 'जैकी' सुलतानपुर जिले के प्रभारी मंत्री हैं। बीती भ् व म् जुलाई को मंत्री जैकी जिले के दो दिवसीय दौरे पर थे। इसी दौरान वे दुबेपुर विकास खंड स्थित तुराब खानी स्थित प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे। विद्यालय में मंत्री जय प्रताप को सभी व्यवस्थाएं चौकस मिलीं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षिका अमरीन जमाल और छात्रों से तमाम सवाल-जवाब किये। बताया जाता है कि शिक्षिका व बच्चों के परफॉरमेंस से मंत्री इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने शिक्षिका अमरीन को एक प्रशंसा पत्र लिखकर दे दिया। हालांकि, यही प्रशंसा पत्र मंत्री जय प्रताप के गले की फांस बन गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मंत्री के जाने के बाद जब उन लोगों ने मंत्री द्वारा लिखा गया प्रशंसा पत्र पढ़ा तो वे भी हैरान रह गए। हिंदी में लिखे इस पत्र में व्याकरण की ऐसी ढेरों गलतियां थीं, जो मंत्री जी के हिंदी ज्ञान पर ही सवाल खड़े कर रही थीं। इस पत्र में मंत्री जय प्रताप ने शिक्षिका का नाम भी एक जगह सही जबकि, दूसरी जगह गलत लिख दिया। अब यही प्रशंसा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लोग चटखारे लेकर पढ़ और फॉरवर्ड कर रहे हैं।

बॉक्स

प्रशंसा पत्र का अक्षरश: मजमून

आज दि। म्-7-ख्0क्8 को मैने प्राथमिक विद्यालय, तुराब खानी, वि.ख। दूबेपुर, जिला सुलातानपुर का निरिक्षण किया। उपस्थित अदयापिका श्रीमती अमरीन जमाल मिली जो लगभग भ्म् बच्चे कक्षा क्,ख्,फ्,ब्,भ् के। सभी बच्चों से पूछने पर ज्ञात हुआ कि बच्चों की पढ़ाई बहुत ही गुणवत्तापुर्वक हो रही है तथ देश, प्रदेश, जिला तथा अग्रेजी और स्वच्छता और वन से सम्बधित जानकारी सब को है। यह शिक्षिका श्रीमती अमीन जमाल की विशेषता है कि बच्चों की बहुत अच्छी पढ़ाई सिखा रहे है। सभी व्यवस्थाये सही है।

हस्ताक्षर

जय प्रताप सिंह (मंत्री, आबकारी)