सरकारी स्कूलों में बच्चे सीखेंगे डिजास्टर मैनेजमेंट

205 सरकारी स्कूलों को जिले में किया गया चिन्हित

सभी बीआरसी व ब्लॉकों के टीचर्स भी सीखेंगे आपदा प्रबंधन

Meerut। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब डिजास्टर मैनेजमेंट का पाठ पढ़ेंगे। इसके लिए स्कूलों में ही बच्चों को विशेष क्लासेज दी जाएंगी। शासन से स्कूलों में यह योजना लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके मद्देनजर जनपद से 205 स्कूलों का चयन किया गया है।

जोखिम की पहचान करेंगे बच्चे

आपदा के समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए, किस तरह से बचाव किया जाए और कैसे सतर्क रहें, बच्चों को यह समझना बेहद जरूरी हैं। जोखिम की पहचान करने, उनकी समझ विकसित करने एवं उनसे निबटने की क्षमता का विकास करने के लिए ही स्कूलों में आपदा प्रबंधन की क्लासेज चलाई जाएगी। इसके अलावा स्कूलों में बच्चों को मॉक ड्रिल के जरिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बच्चों को खेल-खेल में आपदा जोखिम कम करने के उपाय भी बताए जाएंगे। 205 स्कूलों में लाखों बच्चों को इसके तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा बच्चों को आपदा के समय खुद को व दूसरों को भी सुरक्षित रहने की जानकारी दी जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर सभी बीआरसी व सभी ब्लॉकों के टीचर्स को भी इस संबंध में जानकारी दी जाएगी।

अभिभावकों को करेंगे शिक्षित

बाढ़, भूकंप व अन्य आपदाओं का असर सभी को प्रभावित करता हैं। इनसे बचाव के बारे में जानकारी न होने की वजह से लोगों का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है। आपदा मैनेजमेंट के जरिए जहां बच्चों को कई आपदाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी, वहीं उन्हें परिवार को भी इस संबंध में जागरूक करने के लिए कहा जाएगा। स्कूल में आपदा प्रबंधन सीखने के बाद बच्चे अपने घर - परिवार के सदस्यों को भी आपदा से निबटने के लिए जागरूक करेंगे। इसके अलावा स्कूलों में संचालित मीना मंच, बाल संसद, विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य व अभिभावकों के साथ भी आपदाओं के कुप्रभाव एवं बचाव को लेकर लगातार चर्चाएं व आयोजन किए जाएंगे।

स्कूलों में आपदा प्रबंधन की शिक्षा बच्चों के लिए काफी जरूरी है। विभिन्न आपदाओं से बचाव कर बच्चे अपना और समाज दोनों का हित कर सकते हैं। शासन की इस योजना का पालन किया जाएगा।

एसके गिरि, एबीएसए, मेरठ