बीजिंग (पीटीआई)। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन और भारत एक दूसरे से सैन्य एवं कूटनीतिक बातचीत के जरिए ग्राउंड पर उत्पन्न विवाद के हल के लिए कोशिश कर रहे हैं। जब उनसे जनरल वीके सिंह के बयान के बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

चीन हताहतों की संख्या बताने से करता आ रहा है इनकार

15 जून की देर शाम भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। तभी से चीन ने हताहतों की संख्या के बारे में कुछ भी कहने से इनकार करता आ रहा है। चीन ने आधिकारिक तौर पर सिर्फ इतना ही कहा है कि उस हिंसक झड़प में चीनी सैनिकों को भी नुकसान हुआ है। भारत-चीन सीमा पर तनाव को लेकर शनिवार को जनरल सिंह ने कहा था कि भारतीय सेना ने अपने 20 सैनिक खोए हैं। जबकि चीन के दोगुने सैनिक हताहत हुए हैं।

3,488 किमी लंबी एलएसी को लेकर दोनों देशों में विवाद

इस बीच भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की एक वार्ता सोमवार को हो रही है। सूत्रों ने बताया कि इस बातचीत में पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी से सैनिकों के जमाव और तनाव को खत्म करना है। भारत-चीन सीमा विवाद 3,488 किमी लंबी लाइन ऑफ कंट्रोल (एलएसी) को लेकर है। चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा जताता है और उसको दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताता है।

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