बीजिंग (एएनआई)। हाल ही में चीनी अथाॅरिटी ने कई प्रांतों में बने चर्च से धार्मिक निशान जबरन हटा कर नष्ट कर दिए थे। अमेरिकी न्यूज साइट रेडियो फ्री एशिया के मुताबिक डेली मेल ने यह रिपोर्ट की थी। इसके मुताबिक एन्हुई, जियांगसू, हेबै और झेजियांग प्रांत में क्रिश्चनों के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई की गई है। डेली मेल ने स्वतंत्र संस्था बिटर विंटर के हवाले से रिपोर्ट किया है कि शांक्सी के अधिकारियों ने कहा है कि क्रिश्चन अपने घरों से धार्मिक तस्वीरें हटा कर उनकी जगह कम्युनिस्ट नेताओं की फोटो लगाएं।

राष्ट्रपति शी जिनपिंग के आदेश पर कठोर नीति

शिंजियांग में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के लिए चीन पहले से ही मानवाधिकार हनन संबंधी आलोचनाओं का सामना कर रहा है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) ने यहां लाखों लोगों को बंदी बना रखा है। हाल के वर्षों में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आदेश दिया है कि सभी धर्म के लोग पार्टी के साथ हर हाल में अपनी वफादारी साबित करें। तभी देश देश में सीसीपी ने सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ कठोर नीति अपना रखी है। हुऐनन प्रांत के धार्मिक मामलों का अधिकारी शनिवार और रविवार को जबरदस्ती एक स्थानीय चर्च में क्राॅस को ढहाने के लिए घुस आया।

क्राॅस ढहाने 100 मजदूरों के साथ क्रेन भेजा

स्थानीय सूत्रों के हवाले से रेडियो फ्री एशिया ने एक खबर लिखी है। इसी खबर के मुताबिक, डेली मेल ने रिपोर्ट किया है कि जब अधिकारी वहां धार्मिक निशान तोड़ने के लिए पहुंचा तो दर्जनों क्रिश्चन क्राॅस को ढहाने से बचाने की कोशिश में सामने आ गए। अमेरिकी प्रेशर ग्रुप चीन एड के हवाले से रिपोर्ट में लिखा है कि ठीक इसी प्रकार की घटना झेजियांग के योंगजिया में 7 जुलाई को हुई, जहां स्थानीय अथाॅरिटी ने आओडी क्राइस्ट चर्च और यिनचैंग चर्च के क्राॅस को ढहाने के लिए 100 मजदूरों के साथ एक क्रेन भेज दिया।

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