-पिता के साथ बाइक से जा रही 5 वर्षीय मासूम की गर्दन में सिटी आरओबी पर फंसा मांझा

-ड्यूटी के लिए जा रहे कलेक्ट्रेट कर्मचारी चौपुला आरओबी पर मांझा से हुए घायल

बरेली: रोक के बावजूद चाइनीज मांझे का कारोबार बंद नहीं हो रहा है। मंडे सुबह शहर में अलग-अलग दो आरओबी पर चाइनीज मांझे की चपेट में आकर पिता के साथ बाइक पर जा रही पांच साल की बच्ची और बाइक से ड्यूटी जा रहे एक कलेक्ट्रेट कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने घायल कलेक्ट्रेट कर्मी को निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया। वहीं बच्ची को ट्रीटमेंट के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।

सुबह सात बजे की घटना

मढ़ीनाथ निवासी अक्षय सक्सेना की 5 वर्षीय बेटी पुलिस मॉडर्न स्कूल में एनसी क्लास की स्टूडेंट है। मंडे सुबह अक्षय बेटी को बाइक पर आगे बैठाकर स्कूल छोड़ने के लिए सुबह सात बजे जा रहे थे। वह जैसे ही सिटी आरओबी पर पहुंचे तभी बाइक पर आगे बैठी मासूम की गर्दन में मांझा फंस गया, जिससे वह लहुलूहान हो गई। किसी तरह अक्षय ने मांझा निकाला और बच्ची को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे और इलाज कराया।

चौपुला आरओबी पर भी हादसा

बदायूं रोड निवासी कलेक्ट्रेट कर्मी सुनील ड्यूटी पर जाने के लिए बाइक से घर से निकले। चौपुला आरओबी पर अचानक मांझा उनकी गर्दन में उलझ गया, जब तक वह बाइक रोक पाते तब तक मांझे से उनकी गर्दन पर गहरे घाव हो गए और वह खून से लथपथ हो गए। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

पहले भी हो चुके हादसे

करीब डेढ़ साल पहले श्यामगंज ओवरब्रिज का लोकार्पण होने के बाद इस पुल पर भी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर कई लोग घायल हो गए थे। मांझे से हादसे रोकने के लिए तत्कालीन डीएम के निर्देश पर सेतु निगम ने पुल पर लगे स्ट्रीट लाइट के पोल पर लोहे का तार लगा दिया। इसके बाद पुल पर व्यू कटर भी लगवाए गए। इसी तरह किला ओवरब्रिज पर मांझे से होने वाले हादसों को रोकने के लिए पुल के दोनों ओर जाल लगाए गए।

प्रशासन की रोक बेअसर

चाइनीज मांझे से बढ़ते हादसों को देखते हुए करीब एक साल पहले प्रशासन ने शहर में चाइनीज मांझे के कारोबार पर रोक लगा दी थी और मांझा कारोबारियों की दुकानों पर छापेमारी भी की गई। इसके चलते कुछ समय तक चाइनीज मांझे के कारोबार पर ब्रेक लगा, लेकिन अब कारोबार फिर से शुरू हो गया है।