इंडिया ने कड़े लहजे में चीन के इस कदम पर जवाब दिया है. चलिए देखें अगर हालात खराब होने पर चीन और इंडिया आमने-सामने होते हैं तो कौन किस पर भारी पड़ेगा.

जमीन पर ड्रेगन है मजबूत

अगर लैंड पावर की बात की जाए तो चीन के पास इंडिया से ज्यादा आर्मी है. इतना ही नहीं चीन की आर्मी में लड़ते हुए आगे बढ़ने की गजब की क्षमता है. चीन की सेना की बात की जाए तो उसके पास इस समय 1.6 मिलियन जवान हैं. चीन ने अपनी आर्मी को 7 कमांड में बांटा है. इसके अलावा चीन के पास रिजर्व फोर्स भी है जो मुश्िकल हालात में आर्मी में शामिल होकर एक्िटव हो सकती है. 1962 में इंडिया के साथ वार में चीन ने अपनी मजबूत सेना और हथियारों की दम पर इंडिया को मात दी थी.

चीन ने अपनी आर्मी को अलग-अलग डिपार्टमेंट में स्पेशल ट्रेनिंग दी हुई है. चीन की आर्मी स्पेशल ऑपरेशंस फोर्स, आर्मी ऑपरेशंस फोर्स और सर्फेस टू एयर मिसाइल जैसी टुकड़ियों में बंटी हुई है. इन स्पेशल क्वालिटीज की वजह से ही चीन की आर्मी दुनिया की किसी भी आर्मी को टक्कर देने में माहिर है.

अगर इंडियन आर्मी की बात की जाए तो यह भी किसी मायने में दुनिया की किसी आर्मी से कम नहीं है. 1962 के समय इंडिया के पास ऐसी टैक्नोलॉजी नहीं थी जिससे वह चीन का सामना कर सके. मगर अब 50 साल बाद हालात बदल गए हैं. इंडिया ने अब ऐसे टैंक इंपोर्ट किए हैं जिससे हम चीन को करारा जवाब दे सकें.

आसमान में इंडिया भारी

इंडिया ने किसी भी देश को आसमान में दबोचने की तैयारी कर ली है. वैसे तो चीन के पास इंडिया से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं. मगर वे एयरक्राफ्ट इस समय की लड़ाई की हिसाब से काफी हैवी मालूम होते हैं. चीन ने हाल ही में तिब्बत बेस में एयरक्राफ्ट की संख्या बढ़ाई है. अगर हवा में वार करने की बात की जाए तो इंडिया के एयरक्राफ्ट सुखोई, मिग-29एस और मिराज आदि चीन के एयरक्राफ्ट पर हावी नजर आते हैं.

समुद्र से घेरेंगे चीन को

अगर पानी में लड़ाई की बात की जाए तो इस मामले में एडवांटेज इंडिया के पास है. इंडियन ओसियन के रास्ते इंडिया चीन को घेर सकता है. इंडिया के हैवी वाटर रूट से गुजरे बिना साउथ ईस्ट एशियन कंट्रीज को टच नहीं कर सकता है. समुद्र के रास्ते इंडिया आसानी से चीन को घेर सकता है. चीन को भी पता है कि समुद्र के रास्ते इंडिया इस समय उस पर भारी पड़ सकता है.

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