- ट्यूबवेल के पास लगा हुआ था जंग लगा सिलेंडर

- जांच के लिए पहुंची दौराला केमिकल टीम

- 40 साल से भी पुराना बताया जा रहा है सिलेंडर

Meerut : महिला जिला अस्पताल के सीएमएस निवास पर गुरुवार को क्लोरीन गैस के सिलेंडर लीक होने से आस-पास के लोगों का दम घुटने लगा। दूर -दूर तक बस गैस की ही महक फैल गई थी। इस सिलेंडर का उपयोग पानी के प्यूरीफिकेशन के लिए होता है। सिलेंडर अस्पताल में लगे ट्यूबवेल के पास ही लगा हुआ था। इस दौरान अस्पताल की सीएमएस ने दौराला की केमिकल टीम को बुलाया। टीम और फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने पहुंचकर जल्द से जल्द सिलेंडर की लीकेज को बढ़ने से रोकने का प्रयास किया।

खड़ा होना भी पड़ रहा था भारी

महिला जिला अस्पताल में सीएमएस आवास पर पानी के सिलेंडर की लीकेज ने सभी की नाक में दम कर दिया। अस्पताल के ट्यूबवेल के पास पानी को प्यूरिफाई करने के लिए लगा यह सिलेंडर जंग लगा हुआ और बेहद पुराना नजर आ रहा था। सिलेंडर की लीकेज इतनी ज्यादा हो गई थी। वहां से दूर-दूर तक भी खड़ा होना मुश्किल हो रहा था। हालांकि कोई नुकसान तो नहीं हुआ है, पर समय पर लीकेज को काबू नहीं पाया जाता। तो यह लीकेज मरीजों व वहां उपस्थित स्टाफ को नुकसान पहुंचा सकती थी।

दोपहर से ही आ रही थी महक

अस्पताल में उपस्थित सीएमएस सहित कई डॉक्टर्स के अनुसार दोपहर लगभग क्ख् बजे से हल्की हल्की महक आ रहीं थी। तभी अस्पताल की सीएमएस डॉ। मंजू मलिक ने दौराला की टीम और फायर बिग्रेड को फोन लगाया। इसके बाद वहां टीम और फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंचे। सिलेंडर की लीकेज को ठीक करने के लिए उसे मिट्टी में डालकर ऊपर से पानी डाला गया। टीम के अधिकारी अरविंद कुमार त्यागी भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सिलेंडर का काफी लीकेज हुआ है। इसलिए ही काफी दूर तक महक आ रहीं है।

ब्0 साल पुराना सिलेंडर

टीम अधीक्षक अरविंद कुमार त्यागी के अनुसार यह सिलेंडर शायद ब्0 साल पुराना है। सिलेंडर पर लगी जंग व बुरी कंडीशन को लेकर ही इसके पुराने होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। सिलेंडर की लीकेज होने का भी यही कारण है।

इस सिलेंडर में क्लोरीन गैस थी। इससे आंखों व गले को नुकसान पहुंचता है।

- डॉ। मंजू मलिक, सीएमएस, महिला जिला अस्पताल