एक अनार कई बीमार

बरेली में इस बार नगर निकाय चुनाव में मेयर पद के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ जाने से मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद बढ़ गई है। एक तरफ जहां शहर के पूर्व मेयर रहे डॉ। तोमर ने अपनी दावेदारी से खलबली मचा दी है, वहीं बीजेपी से डॉ। बृजेश्वर ने पूरा दमखम भरा है। इसके अलावा भी कई ऐसे दावेदार हैं जिन्होंने एक दूसरे की नींद उड़ा रखी है।

कांग्रेस में एक डॉक्टर

सभी पार्टी में जहां एक से अधिक डॉक्टर्स की दावेदारी है वहीं कांग्रेस से एक मात्र डॉक्टर ने मेयर पद के लिए अपना नाम दिया है। डॉ। खालिद का नाम मेयर पद के लिए अधिक चर्चा में है। हालांकि पिछले दिनों पार्टी की बैठक में कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच काफी गहमा गहमा रही, लेकिन नाम पर फैसला का अभी सभी को इंतजार है। पार्टी प्रवक्ता जियाउर रहमान ने बताया कि अभी किसी के नाम पर मुहर नहीं लगी है। एक दो दिन में निर्णय हो जाएगा।

समाजवादी पार्टी के 'डॉक्टर'

समाजवादी पार्टी ने मेयर पद के लिए अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं। आज दावेदारी पेश करने के लिए आवेदन का अंतिम दिन है। पार्टी का समर्थन पाने के लिए शहर के दो रिनाउंड डॉक्टर्स ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। सबसे मजबूत दावेदारी पूर्व मेयर डॉ। आइएस तोमर की मानी जा रही है। आई-नेक्स्ट से बातचीत में डॉ। तोमर ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है समाजवादी पार्टी उन्हें समर्थन देगी। उन्होंने कहा कि बरेली की जनता के विशेष आग्रह पर वे एक बार फिर से उनके बीच हैं। वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। शहर के जाने माने आर्थोपेडिक सर्जन डॉ सतेंद्र सिंह ने भी दावेदारी पेश की थी। जोर शोर से उनके मेयर पद पर लडऩे की बात कही जा रही थी, लेकिन ट्यूजडे को आई-नेक्स्ट से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी के हितों को देखते हुए उन्होंने अपनी दावेदारी पर फैसला सुरक्षित रखा है। पार्टी अगर चुनाव लडऩे के लिए कहेगी तो वे चुनाव लड़ेंगे नहीं तो नाम वापस ले लेंगे। जहां तक एक प्रत्याशी के समर्थन की बात है तो सबसे अधिक मजबूत दावेदारी डॉ। अरुण शर्मा की पत्नी रजनी शर्मा की है। वे उनके ही समर्थन में हैं।

बीजेपी में तीन डॉक्टर्स की 'सर्जरी'

मेयर पद पर दावेदारी के लिए बीजेपी में भी कई डॉक्टर्स के नाम प्रमुखता से सामने आए हैं। एक तरफ जहां डॉ। बृजेश्वर सिंह ने हुंकार भरी है और अपनी तरफ से टिकट के लिए पूरी तरह आश्वस्त हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके सामने डॉ। दिनेश जौहरी और डॉ। प्रमेंद्र महेश्वरी भी मजबूत दावेदार के रूप में खड़े हो गए हैं। टिकट किसे मिलेगा इसका फैसला 31 मई तक हो जाएगा। डॉ। बृजेश्वर सिंह ने कहा कि वे काफी समय से समाज सेवा से जुड़े हैं। जनता चाहती है कि वे सक्रिय रूप से समाज के साथ जुड़े। जनता की भावनाओं को देखते हुए वे मैदान में उतरे हैं। मुझे उम्मीद है कि पार्टी उन पर विश्वास करेगी और टिकट देगी। डॉ। बृजेश्वर ने स्पष्ट किया कि वे निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे।

'अब फैसला समिति करेगी'

एक तरफ जहां समाजवादी  पार्टी ने अपना सिंबल न देने की बात साफ तौर पर कह दी है, वहीं दूसरी तरफ पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच अंतर्कलह रोकने के लिए भी पूरी कवायद चल रही है। पार्टी के जिला अध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव ने ट्यूजडे को पार्टी की बैठक के दौरान साफ संकेत दे दिए हैं कि अब फैसला समिति करेगी। पार्टी के कर्मठ और सक्रिय कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाएगी। मेयर सहित सभासदों के नामों का फैसला समिति करेगी। पार्टी प्रवक्ता रविंद्र सिंह यादव ने कहा कि समिति का गठन कर दिया गया है। इसमें वीरपाल सिंह यादव, फहीम साबिर, राज्य मंत्री भगवत सरन गंगवार, सियाराम सागर, अतराउर्रहमान, प्रमोद बिष्ट, मलखान सिंह यादव, महिपाल सिंह यादव, डॉ। अनिल शर्मा, वीरेंद्र गंगवार, धर्मेंद्र कश्यप, हाजी गुड्डू सम्मानित सदस्य होंगे।

जब मैं मेयर था तो जनता ने मेरा हार्ड वर्क देखा था। अब जब मेयर पद अनारक्षित हो गया है तो जनता के विशेष आग्रह पर मैंने फिर से दावेदारी पेश की है।

डॉ। आइएस तोमर

मैं बरेली की जनता से काफी करीब से जुड़ा हूं। जनता चाहती है कि मैं मेयर बनूं, इसीलिए मैदान में हूं। मुझे उम्मीद है कि पार्टी मुझे अपना प्रत्याशी  बनाएगी।

-डॉ। बृजेश्वर सिंह