मैट पर चलकर बाबा के दर्शन को पहुंचेंगे भक्त
सावन भर 'नम: शिवाय' के उद्घोष से गूंजता रहेगा क्षेत्र
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17 जुलाई से 15 अगस्त तक चलने वाले सावन में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए खास इंतजाम रहेंगे। मार्गो पर मैटिंग रहेगी। जगह-जगह पेयजल और गिलास की व्यवस्था रहेगी। भक्तों को 'चल भोले' कहकर आगे चलने को कहा जाएगा। मंदिर परिक्षेत्र समेत आसपास का इलाका सावनभर 'नम: शिवाय' के उद्घोष से गूंजता रहेगा। इन सारे खास इंतजाम के बीच भक्तों को सोमवार को मंगला आरती के लिए 1200 रुपये और अन्य दिन 600 रुपये का टिकट लेना पड़ेगा।
पानी की रहेगी पूरी व्यवस्था
सावन के सोमवार को सुगम दर्शन की भी व्यवस्था रहेगी। मैदागिन से गोदौलिया तक नो व्हीकल्स जोन रहेगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ई-रिक्शा की भी व्यवस्था रहेगी। बैरिकेडिंग के प्रत्येक 100 मीटर पर श्रद्धालुओं के लिए पानी के जार लगाए जाएंगे तथा कागज के गिलास भी उपलब्ध रहेंगे। मंदिर में अधिकारियों की 8-8 घंटे की शिफ्ट में 24 घंटे ड्यूटी लगाये जाने का निर्देश दिया गया है।
- मंदिर के आसपास बिकने वाले खाद्य सामग्री की जांच होगी।
- प्लास्टिक के बोतल या गिलास के प्रयोग पर 5000 तक जुर्माना लगेगा।
- गोदौलिया, मैदागिन, चित्तरंजन पार्क सहित मंदिर के पास एम्बुलेंस सहित चिकित्सक दवा के साथ ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
- कतार में खड़े बाबा के भक्तों को 'चल भोले' के सम्मान के साथ आगे चलने के लिए संबोधित किया जाएगा।
- सावन मास में मंगला आरती का टिकट सामान्य दिनों में 600 व सोमवार का 1200 रुपये का होगा
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सोमवार छोड़ आरती का समय यथावत
-प्रात: 2.45 से प्रात: 4 बजे तक मंगला आरती
- मध्याह्न 11.30 से 12.00 बजे तक भोग आरती
- सायं 7.30 से 8.30 बजे तक सप्तर्षि आरती
- रात्रि 9.15 से 10.00 बजे तक श्रृंगार/भोग आरती
- रात्रि 10.30 से 11 बजे तक शयन आरती रहेगा।
- सोमवार को सप्तर्षि आरती सायं 5.30 बजे तथा श्रृंगार आरती/भोग आरती 2 घंटे पूर्व संपादित होगी
- रात्रि 8.30 बजे के बाद मंदिर श्रृंगार दर्शन के लिए खुला रहेगा।
इस दिन मंगला आरती प्रात: 2.30 से प्रात: 4 बजे तक होगी।
- प्रथम सोमवार को दिन में लगभग 9 बजे यादवगण सामूहिक जलाभिषेक करते हैं।
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हर सोमवार विशेष पूजा
सावन माह 17 जुलाई से आरंभ होकर 15 अगस्त को समाप्त होगा।
22 जुलाई, प्रथम सोमवार को भगवान शंकर का श्रृंगार
29 जुलाई, द्वितीय सोमवार को भगवान शंकर और मां पार्वती का श्रृंगार
5 अगस्त, तृतीय सोमवार को अर्द्धनारीश्वर का श्रृंगार
12 अगस्त, श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को रुद्राक्ष से श्रृंगार
15 अगस्त, पूर्णिमा रक्षाबंधन को शिव-पार्वती एवं गणेश जी की चल प्रतिमाओं का झूला श्रृंगार
विश्वनाथ धाम में सावन मास के दौरान आने वाले बाबा के भक्तों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। सावन का हर क्षण अलौलिक और आनंदमय होगा। मंदिर परिसर और आसपास क्षेत्रों में सख्त सुरक्षा रहेगी।
-दीपक अग्रवाल, कमिश्नर