-गोरखपुर पुलिस ने शहर के ऑटो वालों के लिए बनाया था नियम, सब फेल

-टेंपो के पीछे से मिटते जा रहे हेल्पलाइन नंबर्स

GORAKHPUR: आटो-टेंपो में कोई वारदात हो जाए तो सुराग लगा पाना मुश्किल होगा। शहर के अंदर टेंपो चलाने के नियम-कानून हवा-हवाई हो गए। टेंपो ड्राइवर के वर्दी पहनने और आईकार्ड लगाने की योजना पर अमल नहीं हो सका। टेंपो के पीछे हेल्पलाइन नंबर लिखने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। यात्रियों की शिकायत पर सामान खोजने में पुलिस हलकान हो रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि टेंपो में यात्रियों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।

ज्यादातर टेंपो से गायब गाइडलाइन

शहर के विभिन्न रूट्स करीब पांच हजार टेंपो रोजाना चलते हैं। सभी रूट पर टेंपो चलाने के लिए कायदे-कानून बनाए गए थे। यह तय हुआ था कि शहर में चलने वाले टेंपो पर ड्राइवर का नाम, पुलिस हेल्पलाइन नंबर सहित अन्य चीजें अंकित की जाएगी। दो साल पूर्व बनी योजना पर कुछ दिनों तक अमल हुआ। लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे लोग इसे भूलते चले गए। शहर में चलने वाले ज्यादातर टेंपो के पीछे से हेल्प लाइन वाले नंबर्स मिट चुके हैं।

धरी रह गई आईकाडर् और वर्दी

टेंपो में महिला यात्रियों सहित अन्य सवारियों की सुरक्षा के लिए आईकार्ड और वर्दी का इंतजाम किया गया था। एक साल पहले पुलिस-प्रशासन ने टेंपो यूनियन संग मिलकर डीडीयू यूनिवर्सिटी गोरखपुर के सामने बकायदा एक प्रोग्राम में आईकार्ड और वर्दी का वितरण किया। तय हुआ था कि शहर में चलने वाले सभी आटो चालकों को वर्दी पहनाई जाएगी। सभी को आईकार्ड दिया जाएगा। आईकार्ड पर ड्राइवर का नाम, फोटो और उसका मोबाइल नंबर दर्ज रहेगा। इससे टेंपो में सवार लोग किसी तरह जरूरत पड़ने पर टेंपो ड्राइवर से संपर्क कर सकेंगे। कोई वारदात होने पर टेंपो चालकों की पहचान हो सकेगी। लेकिन अभियान शुरू होने के कुछ दिनों बाद ठप हो गया।

रोजाना मिलती शिकायतें, कैसे कराएं निस्तारण

टेंपो वालों की पहचान न होने से यात्रियों के सामने प्रॉब्लम खड़ी हो गई। शहर के अंदर एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाने वाले पैंसेजर्स का सामान छूटने पर भटकना पड़ रहा है। यात्रियों का मोबाइल, पर्स और बैग टेंपो में चोरी होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। शिकायत होने पर पुलिस टेंपो वालों का पता लगाने में नाकाम रह रही है। ज्यादातर पीडि़त टेंपो का रजिस्ट्रेशन नंबर भी नहीं बता पाते हैं। ऐसे में सामान की तलाश में पुलिस को भटकना पड़ता है। टैक्सी स्टैंड वाले पुलिस बूथ पर बैठे पुलिस कर्मचारी रोजाना यह समस्या झेल रहे हैं।

इन जगहों पर खड़े हाेते टेंपो

धर्मशाला बाजार, बरगदवां, गोरखनाथ, टीपी नगर, मोहद्दीपुर, असुरन चौक, मेडिकल कालेज, रेलवे स्टेशन, शास्त्री चौराहा, अंबेडकर चौराहा, सीएस चौक, पैडलेगंज, आजाद चौक, रुस्तमपुर, कूड़ाघाट, नंदानगर, सूबा बाजार, पादरी बाजार

वर्जन

टेंपो यूनियन से बात करके इस व्यवस्था को बहाल कराया जाएगा। टेंपो ड्राइवर्स को वर्दी और आईकार्ड्स देने से कई तरह की समस्याओं का समाधान हो सकेगा। पूर्व में इसको लेकर क्या किया गया था। उसके संबंध में जानकारी ली जाएगी। ताकि व्यवस्था को ठीक से लागू करने में मदद मिल सके।

-आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक