क्त्रन्हृष्ट॥द्दढ्ढ (1 स्द्गश्च):रांची में एक और मेडिकल कॉलेज खुलने का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। बस मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिलने का इंतजार है। मान्यता मिलते ही सिटी को रिम्स के बाद दूसरा मेडिकल कॉलेज मिल जाएगा। दरअसल केंद्र सरकार की देश में 75 मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के बाद से ही यह उम्मीद जगी है कि रांची शहर के बीच में स्थित होने के कारण सदर अस्पताल को भी मेडिकल कॉलेज के रूप में मान्यता मिल सकती है। सरकार ने घोषणा कि है कि 300 बेड के अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाया जा सकता है। जबकि सदर 500 बेड का अस्पताल है।

पहले स्पेशलाइजेशन कोर्स

स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव डॉ। नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि डीएनबी कोर्स जो तीन साल का स्पेशलाइजेशन कोर्स होता है जिसे पीजी और एमडी किये डॉक्टर कर सकते हैं। यह रेजिडेंशियल कोर्स है। सदर अस्पताल में इस कोर्स की मान्यता लेने के लिए एमसीआई को पत्र भी लिखा गया है। मान्यता मिल जाने पर यहां पहले इसकी पढ़ाई की शुरुआत होगी।

सदर में इंफ्रास्ट्रक्चर अवेलेबल

रांची सदर अस्पताल के पुराने कैंपस में ही नया मेडिकल कॉलेज के लिए नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार है। यह करीब 327 करोड़ रुपए की लागत से बना है। इसमें पुराने हास्पिटल की तरह बेड की संख्या अधिक नहीं होगी। मेडिकल कॉलेज के लिए मान्यता मिल जाने पर हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे मरीजों को पैथोलॉजी से लेकर रेडियोलॉजी की भी सारी सुविधाएं उपलब्ध मिलेंगी। इसस मरीजों को अलग-अलग टेस्ट के लिए भटकना नहीं होगा

ये बनकर तैयार

- 7 लाख 50 हजार स्क्वायर फीट में वार्ड बना हुआ है

-1 लाख स्क्वायर फीट में डॉक्टर हॉस्टल बनकर तैयार है

- ऑपरेशन थियेटर, ब्लड स्टोरज यूनिट, प्री-पोस्ट ऑपरेटिव रूम

-मेडिसिन ओपीडी यूनिट, चाइल्ड केयर, ओपीडी, आईपीडी, आईसीयू, फीमेल केयर ओपीडी, लेबर रूम, आईपीडी, ओपीडी, लेबर रूम व जनरल मेडिसिन रूम

- 6 बेड का सिंगल रूम तीनों फ्लोर पर है। टोटल 200 बेड हैं

-एक्सरे मशीन, कलर अल्ट्रा साउंड, कप्यूटराइज ईसीजी मशीन, स्ट्रेलाइजर,

इलाज के लिए मिलेगी मदद

सिटी में फिलहाल सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज रिम्स ही है। 500 बेड के इस अस्पताल में पूरे राज्य से लोग इलाज कराने के लिये आते हैं। यहां हर साल 150 सीट पर एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन होता है। अगर सदर अस्पताल में नया मेडिकल कॉलेज बन जाता है तो रांची के लोगों को स्वास्थ क्षेत्र में काफी मदद मिलेगी।

वर्जन

सदर अस्पताल में डीएनबी कोर्स के मान्यता के लिए एमसीआई को पत्र लिखा गया है। सरकार के लेवल पर सहमति बनने के बाद सदर अस्पताल में भी मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव भेजा जा सकता है।

डॉ। नितिन मदन कुलकर्णी, प्रधान सचिव, स्वस्थ विभाग, रांची