पुलिस पूछताछ में रमेश ने बदमाशों के आने की बात कबूली

BAREILLY:

रामपुर गार्डेन में अजय अग्रवाल के घर हुई डकैती में दो दिन चली पूछताछ के बाद शक की सूई उस रात घर की रखवाली कर रहे गार्ड रमेश पर गहरा गई है। पुलिस पूछताछ में बार-बार बयान बदल रहा गार्ड ने कबूला कि मंडे की रात को वारदात से एक दिन पहले बदमाश घर तक आए थे। बदमाशों ने रमेश से मालिक से लेकर घर के सभी मुखिया के बारे में डिटेल जानकारी भी ली थी।

रमेश पर थी डकैतों की इनायत

पूछताछ में सागर ने बताया कि एक दिन पहले रमेश की बदमाशों से बात हुई थी और बदमाश सुबह के वक्त आए थे। उस वक्त रमेश अपने घर वापस जा रहा था। उसने बताया कि रमेश ने घर के सभी लोगों के नाम बता दिए थे। यही नहीं सागर ने बताया कि रमेश को बदमाशों ने सिर्फ एक बार पैर से मारा था, बाकी लोगों की ज्यादा पिटाई हुई थी। ये भी पता चला कि बदमाशों ने रमेश को पानी भी पिलाया था। बदमाशों से रमेश को बात करते हुए बाबिल ने भी देखा था। बदमाशों ने रमेश की तलाशी भी नहीं ली थी और पुलिस को उसके पास रखे कुछ रुपये भी ि1मले थे।

बार-बार बदल रहा बयान

पुलिस ने जब इस बारे में रमेश से पूछा तो उसने बताया कि उसके पिता आर्मी एरिया में सर्वेट थे। उसकी पत्‍‌नी भी आर्मी के सर्वेट एरिया में घरेलू काम करती है। उसने बताया कि रात में डकैत जिस गाड़ी से आए थे, एक दिन पहले भी उसी गाड़ी से आए थे। बदमाशों ने पूछा कि तुम्हारे मालिक कहां हैं तो उसने बता दिया कि वो बाहर गए हैं। बदमाशों ने उससे कितने दिनों में वापस आने के बारे में भी पूछा। यही बात बदमाशों ने घर में घुसने से पहले भी पूछी थी।

क्भ् मिनट तक छत पर रहा सागर

पुलिस को दूसरा शक सागर पर जा रहा है, क्योंकि सागर को बदमाशों ने अकेला बांधा था और सबसे पहले उसने ही अपने हाथ खोले थे। वह सबसे पहले छत पर गया और फिर क्भ् मिनट बाद नीचे आकर सभी के हाथ खोले। फिर उसने अपने पड़ोसी नौकर रामू को जाकर सूचना दी। रामू के बाद मालिकों के रिश्तेदारों को सूचना मिली और उन्होंने थाना पहुंचकर जानकारी दी थी। वहीं, कोठी के क्भ् कमरों में से सिर्फ तीन कमरे खोलना से भी श्ाक है।

पत्‍‌नी और बेटों को भी रमेश पर भ्ारोसा नही

रमेश की पत्‍‌नी निर्मला और बेटों विक्रम और विजय भी पूरी तरह से विश्वास नहीं करते हैं। पत्‍‌नी ने बताया कि अगर वो कुछ भी रमेश से पूछती है तो वो सिर्फ गालियां देते हैं इसलिए वो ज्यादा उनसे मतलब नहीं रखती। वहीं विक्रम की निशानदेही पर होटल ओबराय में काम करने वाले उसके फुफेरे जीजा जेम्स को भी पकड़कर ले आयी। अभी तक नौकरों समेत क् दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जा चुका है।

बभिया से जुड़े हो सकते हैं तार

एक बार फिर से बभिया पर पुलिस की निगाहें टिक गई हैं। इस बार मामला डकैती से जुड़ा हुआ है। इस वारदात में बभिया या इसके आसपास के गांवों के बदमाशों का नाम सामने आ रहा है। पुलिस को आशंका है कि बभिया के बदमाशों ने ही डकैती की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस बभिया, मिर्जापुर, चनेहटा व अन्य गांवों के बदमाशों के बारे में डिटेल जुटाने में लग गई है।

रमेश जानता है एक शख्स को

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जिन बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है उनमें से एक को रमेश जानता है। वह चनेहटा का रहने वाला है। यही नहीं चनेहटा में रहने वाले वह शख्स बभिया के लोगों को अच्छी तरह से जानता है। यही जान पहचान पुलिस के शक को ओर गहरा कर रही है। पहले तो रमेश ने उस शख्स का नाम बताने से इंकार किया लेकिन जब बाबिल ने इस बारे में पुलिस को बताया तो उसने चनेहटा के रहने वाले शख्स के बारे में कबूल लिया।

पुलिस ने मांगी सभी कर्मचारियों की डिटेल

पुलिस कोरल मोटर के मालिक के घर से उनकी कंपनी में काम करने वाले हर शख्स के बारे में पूरी जानकारी जुटा रही है। सीओ थर्ड ने कोरल मोटर्स के मालिक से कोरल मोटर्स और गोयल प्रिंटिंग प्रेस में काम करने वाले सभी लोगों की पूरी डिटेल मांगी है।

अभी सिर्फ तीन नौकरों पर ज्यादा शक जा रहा है। सभी से गहनता से पूछताछ की जा रही है। टीमें अपना काम कर रही हैं।

असित श्रीवास्तव, सीओ सिटी थर्ड

बभिया से लिंक मिले हैं। हिस्ट्रीशीटर व जल्द ही प्रकाश में आए बभिया के बदमाशों पर नजर रखी जा रही है।

राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली

गेट का आसानी से खुल जाना और सटीक तरीके से वारदात को अंजाम देने से साफ है कि घर का मेंबर ही वारदात में शामिल है। जल्द ही केस का खुलासा हो जाएगा।

-आर के एस राठौर, डीआईजी बरेली