- कई प्राइमरी व मिडिल टीचर पढ़ा रहे कोचिंग

- ऐसे टीचर्स पर नकेल के लिए कराई जाएगी जांच, होगी कार्रवाई

चंदौली : शिक्षक अपने विद्यालय में छात्रों को भले ही न पढ़ाएं पर ट्यूशन के लिए उनकी योग्यता सिर चढ़कर बोलती है। प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले इंटर के छात्रों को पढ़ा रहे हैं वहीं 12वीं पास ऐसे लोग भी हैं जो जेईई और आईआईटी जैसे कठिन परीक्षाओं के लिए धड़ल्ले से तैयारी करा रहे हैं। शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था के चलते इन पर कोई अंकुश भी नहीं है। इसलिए यह धंधा जोरों से फल फूल रहा है। चंदौली और सैयदराजा नगर में ऐसे को¨चग सेंटरों की तो भरमार है। समय रहते इन पर अंकुश नही लगा तो सैकड़ों छात्रों का भविष्य ऐसे अयोग्य शिक्षकों के हाथों चौपट हो जाएगा।

चंदौली, बरहनी और शहाबगंज, चहनिया, धानापुर ब्लॉकों के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक धड़ल्ले से अपने घरों, प्राइवेट को¨चग सेंटरों में को¨चग करा रहे हैं। जबकि यह बेसिक व माध्यमिक शिक्षा नियमावली के विरुद्ध है। यदि चंदौली की प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा पर यहां के अधिकारियों की नजरें पड़ जाए तो निश्चित ही शिक्षा का स्तर सुधर जाएगा।

चल रही मेडिकल की को¨चग

क्षेत्र में जगह जगह एक ऐसे को¨चग सेंटर हैं जहां कम फीस में आईआईटी और मेडिकल की को¨चग कराने का दावा किया जा रहा है। शिक्षक इंजीनिय¨रग के नाम पर क्षेत्र के लोगों से मोटी रकम ऐंठ रहे हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

बेसिक शिक्षा अधिकारी चंदना राम इकबाल यादव ने कहा यह मामला एक दिन पहले संज्ञान में आया है शिक्षकों का को¨चग कराना नियम खिलाफ है। को¨चग कराने वाले शिक्षक चिह्नित किए जा रहे हैं। खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा इसकी जांच कराकर इनके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ। मालती राय ने कहा कि अयोग्य शिक्षकों द्वारा इंजीनिय¨रग और मेडिकल की को¨चग चलाना अपराध है। जल्द ही को¨चग सेंटरों की जांच कराई जाएगी।