-ई-नगर सेवा और ई-डिस्ट्रिक्ट के बीच फंसा पेंच

-प्रशासन के फरमान से हो रही परेशानी

VARANASI

नगर निगम के ऑनलाइन व्यवस्था के तहत जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के चक्कर में पब्लिक घनचक्कर हो रही है। ई-नगर सेवा और ई-डिस्ट्रिक्ट के बीच ऐसा पेंच फंसा है कि रजिस्ट्रेशन कार्य ही ठप पड़ा है। लगभग एक महीने से इस व्यवस्था के बंद होने से सैकड़ों लोगों को प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। जिनको अपने बच्चों का एडमिशन स्कूल में कराना है इधर-उधर भटकने को मजबूर हो रहे हैं। इनके साथ ही वो भी परेशान हैं जिनको जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत है।

फरमान बना परेशानी की वजह

जिन्होंने जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए एक साल के भीतर नगर निगम में पंजीकरण नहीं कराया है वो परेशान हो रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बीते सितंबर माह में तत्कालीन डीएम ने एक आदेश दिया था। डीएम का निर्देश था कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जो एक साल के बाद रजिस्ट्रेशन कराने वाले हैं उन्हें ई-डिस्ट्रीक्ट से ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। जबकि नगर निगम के अधिनियम में ऐसी कोई व्यवस्था व नियमावली नहीं है। नगर निगम नियमावली के तहत एक साल तक जो रजिस्ट्रेशन कराने से वंचित रह गए हैं उनको प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट से आदेश मिलने के बाद पंजीकरण कराने का नियम है। जिला प्रशासन का कहना है कि पहले नगर निगम से रसीद कटवाकर तब उसका मजिस्ट्रेट से आदेश लिया जाए। अब पब्लिक परेशान है कि किस नियम का पालन किया जाए और किसका नहीं। प्रशासन के फरमान के मुताबिक नगर निगम प्रमाण पत्र दे नहीं सकता है और नगर निगम के नियमों के मुताबिक प्रशासन सहयोग नहीं कर पाएगा। जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र के पंजीयन को लेकर ई-नगर सेवा से अभी तक महज सात अस्पताल ही जुड़ सके हैं। ऐसे में अन्य अस्पताल में जन्मे बच्चे या मृत लोगों के लिए प्रमाण-पत्र बड़ी परेशानी का सबब बना है।

प्रशासन को पत्र लिखकर पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ववत जारी रखने का अनुरोध किया गया है। जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए उस प्रक्रिया को लागू किया जाएगा जिससे पब्लिक को सहूलियत हो।

डॉ। श्रीहरि प्रताप शाही

नगर आयुक्त