- नाकाम रह स्टार्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम

- DJ inext की टीम ने किया था आगाह

VARANASI

प्री मॉनसून की शुरुआत शहर वासियों के लिए काफी चौंकाने वाली थी। बीते शुक्रवार की शाम हुई पहली बरसात ने विभागीय अधिकारियों के दावे और तैयारी की कलई खोल दी। बनारस का एक तिहाई इलाका बारिश के बाद वॉटर लॉगिंग की समस्या जूझ रहा था। पानी निकलने में कई घंटे का वक्त गुजर गया। कुछ प्रभावित इलाकों में खुद स्थानीय लोगों ने पानी निकाला। डीजे आईनेक्स्ट की टीम ने मॉनसून से पहले पिछले दिनों खबरों के जरिये संबधित विभाग को अगाह भी किया था।

ये इलाके थे पानी- पानी

शुक्रवार की शाम हुई जोरदार बारिश के बाद कुछ इलाकों की तस्वीर बदल गयी थी। हर साल की तरह इस बार भी अंधरापुल के नीचे पानी लग गया था। वीआईपी मूवमेंट से गुलजार रहने वाला रिहायशी इलाके रवीन्द्रपुरी में भी जलजमाव था। हालांकि गुरूबाग क्षेत्र में कुछ ही देर बाद पानी निकल गया था। लेकिन महावीर मंदिर- टकटकपुर मार्ग, कैंट रेलवे स्टेशन- परेड कोठी मार्ग, कोदईचौकी और नगवां, बजरडीहा के अलावा अन्य निचले इलाकों में पानी लग गया था।

रिकॉर्ड में दर्ज है ख्9 स्पॉट

शहर में जलजमाव के ख्9 स्पॉट चिह्नि्त हैं जहां नगर निगम की ओर से वॉटर लॉगिंग के दौरान पम्पिंग सेट लगाने की व्यवस्था की जाती है।

क्7 साल बाद भी नहीं बदली सूरत

जेएनएनयूआरएम के तहत शहर में वॉटर लॉगिंग की समस्या दूर करने के लिए नये सीवेज लाइन बिछाये गये थे। इस स्टार्म वाटर ड्रेनेज स्कीम के तहत अप्रैल ख्0क्0 को कार्य प्रारंभ हुआ था। ख्भ्ख्.99भ्7 करोड़ रुपये की लागत में रोड साइड ड्रेन, मेजर ड्रेन, डिस्पोजल ड्रेन, पुराने ड्रेननों का जीर्णोधार और कुण्ड में इनके कनेक्शन का वर्क किया गया।