- सिटी के कई एरिया में 400 टीडीएस से ज्यादा की हो रही वाटर सप्लाई

- वरुणापार समेत शहर में 700 जगहों पर पाइप में लिकेज

vinod.sharma@inext.co.in

VARANASI

देश की राजधानी का न तो पानी ठीक है और न हवा। शायद इस बात को आप हल्के में लें। पर क्या आपने सोचा है कि जिस हवा को आप लेते हैं और जिस पानी को पीते हैं वो कितना शुद्ध है। नहीं जानते हैं ना तो हम आपको बता रहे हैं। दिल्ली ही नहीं बनारस का हवा पानी भी अशुद्ध है। वरुणापार समेत कई इलाकों में 300 से 400 टोटल डिजॉल्व्ड सॉलिड्स (टीडीएस) से भी ज्यादा का पानी लोगों को पीने के लिए मिल रहा है। जो कि बहुत ही खतरनाक है। यही नहीं शहर की आबोहवा भी लेने लायक नहीं है। हवा में पॉल्यूशन लेवल बहुत हाई है।

पानी पर मंत्री नाराज

ट्रांस वरुणा क्षेत्र में 268 करोड़ धनराशि से बनाए गए 32 ओवरहेड टंकियों और उससे घरों में आपूर्ति किए जाने के लिए बिछाए गए 228 किमी पाइप लाइन और 29 करोड़ की लागत से घरों के लिए पेयजल लाइन की समीक्षा हुई थी। इस दौरान शहर में 700 जगहों पर लीकेज का मामला सामने आया था। जिस पर स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने नाराजगी जताई थी।

ऐसा हो पीने का पानी

डॉक्टरों के मुताबिक पीने के पानी का टीडीएस 75 से कम नहीं होना चाहिए। इससे कम टीडीएस वाला पानी पीने से हड्डियां कमजोर होती हैं और शरीर को जरूरी मिनरल्स नहीं मिल पाते। 150 से ज्यादा टीडीएस वाला पानी पीने के लिए खतरनाक हो जाता है। इससे पथरी होने का खतरा होता है। 400 से ज्यादा टीडीएस के पानी से नहाने पर स्किन प्रॉब्लम और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।

क्या है टीडीएस

पानी में घुले सॉल्ट, कैल्शियम, मैग्निशियम, पोटैशियम, सोडियम, कार्बोनेट्स, क्लोराइड्स आदि की मात्रा को टीडीएस कहते हैं। पीने के पानी को मापने के लिए टीडीएस पीएच और हार्डनेस लेवल देखा जाता है। बीआईएस के मुताबिक, मानव शरीर अधिकतम 500 पीपीएम टीडीएस सहन कर सकता है। इससे ऊपर के टीडीएस वाले पानी से नहाना भी खतरनाक होता है। कई बीमारियां हो सकती हैं।

बचने का ऑप्शन नहीं

स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ। वीएन श्रीवास्तव ने बताया कि किसी तरह की दवाई देना इस समस्या का हल नहीं है। अगर पानी में हैवी मेटल्स या केमिकल है तो उसे साफ करने के लिए कुछ उपाय अपनाना होगा। अगर त्वचा अधिक सेंसेटिव है तभी आरओ के पानी के इस्तेमाल की सलाह दी जा सकती है। यहां जिस तरह पीने के पानी की समस्या है, उसे देखते हुए आरओ का पानी इस्तेमाल करना भी बर्बादी होगी।

इन उपायों से मिलेगी थोड़ी राहत

-अगर बाल झड़ने की समस्या आ रही है तो वॉटर सॉफ्टनर लगाएं।

-ऐसा संभव न होने पर नहाने के बाद कुछ मग आरओ वाला पानी शरीर पर डालें।

-अपने खाने में प्रोटीन, विटामिन्स आदि की मात्रा बढ़ा दें, जिससे बालों को पोषण मिले।

-पीने का पानी उबाल कर ठंडा करके पीना भी फायदेमंद रहेगा।

वर्जन

शहर में पीने लायक ही पानी की आपूर्ति हो रही है। वरुणापार में पेयजल की पाइप लाइन लिकेज होने की वजह से दूषित पेयजलापूर्ति की शिकायत आती है, जिसे दूर कर दिया जाता है।

-नीरज गौड़, जीएम जलकल