- 100 नं। डायल से टूटा पैनिक बटन का लिंक

- 50 पिंक बसों का संचालन प्रदेश में हो रहा है

- 17 पिंक बसों का संचालन लखनऊ में हो रहा

- 3 दिन पहले ही पैनिक बटन ने काम करना किया बंद

- पिंक बसों में सेफ्टी सिस्टम हो चुके हैं ध्वस्त

- एक साल पहले ही शुरू किया गया था पिंक बसों का संचालन

LUCKNOW: रोडवेज बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए परिवहन निगम ने पिंक बसों का संचालन शुरू किया। इस दौरान दावा किया गया कि बीच सफर महिलाओं को कोई प्रॉब्लम होती है और वह पैनिक बटन दबाती हैं तो पलक झपकते ही पुलिस सहायता के लिए पहुंच जाएगी, लेकिन सचाई यह है कि सालभर भी नहीं हुआ इन बसों में सेफ्टी सिस्टम की धज्जियां उड़नी शुरू हो गई हैं। अब सामान्य बसों की तरह ही महिलाएं इनमें सफर करने को मजबूर हैं।

सुरक्षा को लगाए गए थे उपकरण

लंबी दूरी पर जाने वाली महिलाओं के सुरक्षित सफर के लिए परिवहन निगम ने एक साल पहले पिंक बसों का संचालन शुरू किया गया। बाल एवं महिला कल्याण विभाग दिल्ली ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए इन बसों के संचालन के लिए फंड दिया। सफर के दौरान महिलाओं की सुरक्षा के लिए इन बसों में सीसीटीवी, पैनिक बटन और सायरन लगाए गए। सफर के दौरान बस में यदि कोई भी अप्रिय घटना होती है तो कोई भी महिला तुरंत पैनिक बटन दबा सकती है।

वीटीएस से पता लग जाती है लोकेशन

पैनिक बटन दबाते ही डायल 100 पुलिस तक सूचना पहुंच जाती है। वीटीएस से लैस होने के कारण पुलिस तुरंत पता करती है कि बस की लोकेशन क्या है। फिर पैसेंजर्स की सहायता के लिए मिनटों में उस क्षेत्र की पुलिस वहां पहुंच जाती है। साथ ही पैनिक बटन दबते ही बस में लगे सभी कैमरे उस महिला की तरफ घूम जाते हैं जिसने बटन दबाया होता है। बटन दबने के साथ ही सात सेकंड की एक तस्वीर भी तुरंत सेव होकर पुलिस के पास पहुंच जाती है जिससे मामले की सच्चाई सामने आती है।

टूट गया कनेक्शन

परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से पिंक बसों का नेटवर्क डायल 100 से टूट गया है। ऐसे में पिंक बसों में लगे पैनिक बटन को दबाने के बाद भी किसी तरह की सूचना पुलिस के पास नहीं जाएगी। न ही इस दौरान कैमरा उस महिला पैसेंजर्स की तरफ घूमेगा, न ही सात सेकंड की तस्वीर पुलिस को मिलेगी, जो जांच में काम आती है। महिला पैसेंजर्स के अनुसार पिंक बसों में सफर अब सामान्य हो गया है। आलमबाग बस टर्मिनल के अधिकारियों के अनुसार इस बात की जानकारी परिवहन निगम मुख्यालय को भेजी जा चुका है।

कोट

पैनिक बटन ने तीन-चार दिन पहले काम करना बंद कर दिया है। इसकी जानकारी मिल चुकी है। मामले में फर्म को बुलाया गया है जिसे इसके मेंटीनेंस की जिम्मेदारी सौंपी गई है। परिवहन निगम ने शुक्रवार को इस मामले को लेकर एक बैठक भी बुलाई है।

जयदीप वर्मा

सीजीएम टेक्निकल

परिवहन निगम