क्रिकेट और फुटबॉल दोनों से है इनका रिश्ता

कानपुर। इस समय पूरी दुनिया पर फीफा वर्ल्ड कप 2018 का फीवर चढ़ा है। दुनिया की 32 टीमें इस बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं लेकिन विजेता कौन होगा इसका फैसला 15 जुलाई को हो जाएगा। फुटबॉल के बाद अगर दूसरा कोई खेल सबसे ज्यादा चर्चित है तो वो है क्रिेकेट...बस अंतर इतना है कि क्रिकेट सिर्फ गिने-चुने देश खेलते हैं जबकि फुटबॉल कई देशों में खेला जाता है। यह दोनों गेम्स भले ही अलग-अलग हों लेकिन एक खिलाड़ी ऐसी है जिसके लिए ये दोनों बराबर हैं। इनका नाम है क्लेयर टेलर, ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक 53 साल की हो चुकीं टेलर क्रिकेट और फुटबॉल दोनों वर्ल्ड कप खेलने वाली इकलौती खिलाड़ी हैं। वैसे फुटबॉल खेलने में कई क्रिकेटर माहिर रहे हैं लेकिन दोनों खेलों के वर्ल्ड कप में हिस्सा सिर्फ टेलर ने लिया है।

फुटबॉल खेलते-खेलते बन गईं गेंदबाज

क्लेयर एलिजाबेथ टेलर ने अपने करियर की शुरुआत फुटबॉल से की थी। 11 साल की उम्र में टेलर मैदान में फुटबॉल खेलने निकल जाया करती थीं मगर फुटबॉल में किक लगाते-लगाते कब वह गेंदबाज बन गई यह पता ही नहीं चला। साल 1988 में आयरलैंड के विरुद्ध टेलर ने वनडे डेब्यू किया था। क्रिकइन्फो के डेटा पर नजर डालें तो टेलर दाएं हाथ की तेज गेंदबाज थीं। वह इंग्लैंड की पहली महिला गेंदबाज भी रहीं जिन्होंने 100 इंटरनेशनल विकेट लिए। यही नहीं 2000 क्रिकेट वर्ल्ड कप में टेलर दूसरी सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज थी। 1993 में जब इंग्लिश महिला क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड कप जीता तो टेलर उस टीम की सदस्य थीं।

क्रिकेट और फुटबॉल खेला साथ-साथ

टेलर की एक खासियत रही कि वह क्रिकेट और फुटबॉल दोनों एक साथ खेला करती थीं। 1993 में क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलने के ठीक दो साल बाद वह इंग्लैंड की महिला फुटबॉल टीम की तरफ से फुटबॉल वर्ल्ड कप खेल आईं। यही नहीं उसके बाद टेलर ने फिर क्रिकेट में हाथ आजमाया और अगले 10 सालों तक क्रिकेट खेला। 2005 में रिटायर होने से पहले इस महिला गेंदबाज ने 16 टेस्ट में 25 विकेट और 105 वनडे में 102 विकेट अपने नाम कर लिए थे।

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