- सूचना पर पहुंचा कई थानों का फोर्स

- बवाल की आशंका को देखते हुए पीएसी तैनात

आगरा। थाना मलपुरा क्षेत्र का कस्बा मिढ़ाकुर दो पक्षों में मामूली छींटाकशी में ईद की नमाज अदा होते ही सुलग उठा। इस दौरान पेट्रोल बम फिंकने के साथ जमकर पथराव फायरिंग हुई। इस दौरान कस्बे में दहशत फैल गई। धड़ाधड़ बाजार के शटर गिर गए। नमाज अदा कर लौट रहे अकीकतमंदों में दहशत फैल गई। पथराव में कई लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर सीओ अछनेरा सतीश कुमार शर्मा मलपुरा समेत कई थानों का फोर्स लेकर पहुंच गए। पुलिस को देखते ही बवाली मौके से भाग खड़े हुए। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए हॉस्पिटल भिजवा दिया। बवाल की पुन: आशंका को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

पिछले एक वर्ष से दो पक्षों में चल रहा है विवाद

कस्बा मिढ़ाकुर में दो पक्षों में पिछले एक वर्ष से विवाद चल रहा है। आपको बता दें कि मुस्लिम बस्ती में प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसी न किसी बहाने दोनों पक्ष आमने-सामने आ जाते हैं। तकरीबन एक वर्ष पूर्व भूरा पुत्र चग्गो तथा ताहिर पुत्र चुन्ना दोनों साथ में पशुओं का व्यापार करते थे। इसी बीच भूरा के प्रेम सम्बंध ताहिर की पत्नी चांदनी से हो गए थे। तथा भूरा चांदनी को लेकर भाग गया था, जिसमें ताहिर ने भूरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। मौजूदा समय में कोर्ट कै आदेश पर चांदनी भूरा के साथ ही रह रही है। यह बात ताहिर पक्ष को नागवार गुजर रही थी। इसी को लेकर दोनों पक्ष कई बार आमने सामने आ चुके है। गुरुवार सुबह ईद की नमाज के बाद ताहिर पक्ष के मुकीम पुत्र कदीर तथा भूरा पक्ष के गुलजार पुत्र वेदर के बीच छींटाकशी के बाद गाली गलौज हो गई। करीब साढ़े 12 बजे दोनों पक्ष फिर आमने सामने आ गए।

आधा घंटे तक फिंके पेट्रोल बम

दोनों पक्षों में जमकर बवाल हुआ। इस दौरान दोनों ओर आधा घंटे तक जमकर पथराव फायरिंग हुई। घटना के आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसमें मुन्नी पत्नी कदीर हाजी कल्लो घायल हो गए। सभी को उपचार के लिए हॉस्पिटल भिजवाया। तलाशी के दौरान बवाली मौके से भाग खड़े हुए। इस दौरान पुलिस ने कारतूस के खोखेभी बरामद किए हैं। मौके से इरफान, जावेद, कल्लू, रहीस, चिरागुद्दीन, मोइयो समेत करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। लोगों का कहना है कि पहले से विवाद चल रहा था, उसके बावजूद भी पुलिस ने सजगता नहीं बरती, न ही पुलिस बल की तैनाती की गई।