- सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में चलेगी साइबर क्राइम अवेयरनेस की क्लास

- यूजीसी ने जारी की गाइडलाइन, बताई जाएंगी इंटरनेट से जुड़ी बारीकियां

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amarendra.pandey@inext.co.in

GORAKHPUR: डिजीटलाइजेशन के वर्तमान दौर में साइबर क्राइम एक बड़ी समस्या बन कर उभरा है। इसकी जद में सबसे ज्यादा युवा आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें इसके प्रति अवेयर किए जाने की सख्त जरूरत है। कुछ ऐसा ही यूजीसी करने जा रहा है। यूजीसी की ओर से जारी नए निर्देश के मुताबिक सभी यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में अब स्टूडेंट्स के लिए अलग से साइबर क्राइम के प्रति अवेयर करने वाली क्लास चलेगी। जिसमें स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम से बचने के तरीकों के साथ ही इंटरनेट के इस्तेमाल की बारीकियों से रूबरू कराया जाएगा। डीडीयूजीयू व संबद्ध कॉलेजेज में भी इसकी तैयारी है।

कम जानकारी बढ़ा रही परेशानी

बता दें, बीते दो साल में यूजीसी को स्टूडेंट्स की ओर से देशभर से साइबर क्राइम से जुड़ी 200 शिकायतें मिली हैं। इनमें फेसबुक अकाउंट से फोटो का मिसयूज करना, अकाउंट का गलत प्रयोग व अन्य तरह के साइबर क्राइम के केसेज शामिल हैं। यूपी की बात करें तो यहां से ऐसी 80 से अधिक शिकायतें हैं। जिनमें डीडीयूजीयू या संबद्ध कॉलेजेज से दो शिकायतें पहुंची हैं। इस तरह की शिकायतों की बढ़ती संख्या देखते हुए ही यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में साइबर क्राइम से अवेयर करने वाली एक्स्ट्रा क्लास चलाने का फैसला किया है। ताकि स्टूडेंट्स साइबर क्राइम से अवेयर रहते हुए इंटरनेट का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक कर सकें।

भटक ना जाना कहीं

यूजीसी के इस निर्देश के मुताबिक हर यूनिवर्सिटी व कॉलेज में डेली डिपार्टमेंट वाइज अलग से क्लास चला साइबर क्राइम के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसमें यूजीसी एकेडमिक स्टाफ डिपार्टमेंट की तरफ से स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम्स से जुड़ीं सभी जानकारियां दी जाएंगी। इस दौरान बताया जाएगा कि साइबर क्राइम कैसे होता हो, इसके कारण क्या होते हैं, और किस तरह से हम इसका शिकार होने से बच सकते हैं। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को ये भी बताया जाएगा कि साइबर क्राइम करने पर किस तरह की सजाओं का प्रावधान है। साथ ही उन्हें इसकी भी जानकारी दी जाएगी कि साइबर क्राइम का शिकार होने पर इससे संबंधित शिकायत कहां की जा सकती है।

सोशल बनें पर जरा संभलकर

साइबर क्राइम अवेयरनेस क्लास में स्टूडेंट्स को सोशल नेटवर्किग साइट्स के इस्तेमाल संबंधी जानकारियां भी दी जाएंगी। उन्हें बताया जाएगा कि फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल नेटवर्किग के माध्यमों के इस्तेमाल के वक्त कैसी सावधानियां जरूरी हैं। इस दौरान स्टूडेंट्स ये भी जान सकेंगे कि कैसे अंजाने में ही वे साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं या फिर इसके आरोपी भी बन सकते हैं। यूजीसी का मानना है कि इस अवेयरनेस क्लास से बड़े पैमाने पर युवाओं को साइबर क्राइम के प्रति अवेयर किया जा सकेगा।

ये मिलेंगी जानकारियां

- साइबर क्राइम के प्रकार

- ऐसे अपराधों के कारण

- बचाव के तरीके

- साइबर क्राइम से संबंधी कानून

ये टॉपिक्स होंगे शामिल

Internet, Hacking, Virus Attacks, Software Piracy, Legal System of Information Technology, Cyber Security, Cyber Forensics Investigation, Digital Evidence Collection, E-Mail Investigation, E-Mail Tracking, IP Tracking, E-Mail Recovery, Assessing Threat Levels, Reporting Cyber crime, Operating System Attacks, Financial Frauds

वर्जन

यूजीसी के निर्देश का पालन किया जाएगा। एग्जाम खत्म होने के बाद इसकी क्लासेज की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

- अशोक कुमार अरविंद, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू