- रेलवे ने पैसेंजर्स की सुविधा के लिए दो बर्थ की रिजर्व

- 71 और 72 नंबर सीट पर जाकर बुला सकेंगे ओबीएचएस स्टाफ

- एनई रेलवे की 47 ट्रेनों में मिल रही ओबीएचएस सेवा

GORAKHPUR: सफर में अगर आपको साफ-सफाई की टेंशन है और इसके लिए आप सफाई कर्मियों को ढूंढने निकले हैं, तो अब बजाए एस-1 के एसटू में जाकर उन्हें सर्च करें। ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग सिस्टम (ओबीएचएस) के तहत बोगियों की सफाई के लिए ट्रेन के साथ चलने वाले सफाईकर्मी (ओबीएचए स्टाफ) अब इन एस-1 नहीं, बल्कि एस-2 कोच में मिलेंगे। रेलवे ने यह व्यवस्था लागू भी कर दी है और बोर्ड ने इसके लिए समस्त जोनल कार्यालयों को निर्देशित कर दिया है।

एस-1 में चलते थे कर्मी

क्लीन माई कोच योजना के तहत अब तक ओबीएचएस स्टाफ स्लीपर क्लास के एस-1 कोच में 71 और 72 नंबर पर ही चलते थे, लेकिन गहन समीक्षा के बाद रेलवे बोर्ड ने ओबीएचएस स्टाफ का बर्थ एस-2 में कर दिया है। बोगियों की सफाई सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने ओबीएचएस की व्यवस्था कर रखी है। गंदगी होने पर पैसेंजर्स मैसेज कर ओबीएचएस स्टाफ को बुला सकते हैं। इसके अलावा निर्धारित बर्थ पर भी सफाईकर्मी मिल जाते हैं। गोरखपुर और एनईआर के दूसरे स्टेशन से बनकर चलने वाली गाडि़यों की बात करें तो यह व्यवस्था गोरखधाम और गोरखपुर-एलटीटीसहित 47 अहम ट्रेंस में लागू है।

58888 नंबर पर कर सकते हैं एसएमएस

बोगियों के गेट पर और केबिन में निचली बर्थ के पास ओबीएचएस सेवा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कोच में गंदगी दिखने पर कोई भी मुसाफिर रेलवे की वेबसाइट cleanmycoach.com पर शिकायत कर सकता है या अपने मोबाइल पर क्लीन स्पेश पीएनआर नंबर लिखकर 58888 नंबर पर एसएमएस कर सकता है। आधे घंटे के अंदर सफाईकर्मी आपकी बर्थ के पास मौजूद रहेंगे।

सफाई से संतुष्ट नहीं तो होगा एक्शन

एसएमएस करने के बाद पैसेंजर्स के मोबाइल नंबर पर रेलवे एक कोड भेजता है, जिसके जरिए वह कस्टमर्स सैटिस्फैक्शन का फीडबैक लेता है। सफाई से संतुष्ट होने पर ही पैसेंजर्स सफाईकर्मी को कोड बताएंगे। अगर पैसेंजर सफाई से संतुष्ट नहीं हैं, तो वे सफाईकर्मी को कोड न दें। यानी सफाईकर्मी की बहानेबाजी नहीं चलेगी। यही नहीं अगर आधे घंटे में सफाईकर्मी नहीं पहुंचता है, तो शिकायत उच्चाधिकारियों तक पहुंच जाएगी।

यहां मिल रही ओबीएचएस की सुविधा

- लखनऊ मंडल में गोरखपुर से चलने वाली 25 और लखनऊ जंक्शन से चलने वाली सात ट्रेनों में।

- वाराणसी मंडल में छपरा जंक्शन से बनकर चलने वाली तीन और मंडुआडीह से चलने वाली पांच ट्रेनों में।

- इज्जतनगर मंडल में काठगोदाम से बनकर चलने वाली दो और रामनगर से चलने वाली पांच ट्रेनों में।

वर्जन

एनई रेलवे से बनकर चलने वाली गोरखधाम और गोरखपुर-एलटीटी सहित 47 प्रमुख गाडि़यों में ओबीएचएस सर्विस लागू है। कोई भी पैसेंजर एसएमएस या निर्धारित सीट पर जाकर सफाईकर्मी से सेवा ले सकता है।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे