-एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी को किया कोर्ट में पेश, भेजा गया जेल

-फाइल सेटलमेंट कराने के नाम पर घूस लेते हुए हुआ था गिरफ्तार

बरेली। डीपीआरओ से फाइल सेटलमेंट कराने के नाम पर 25 हजार रुपये रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़े क्लर्क प्रेमपाल को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी चंद्रिका प्रसाद ने आरोपी उसके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है। इसके लिए एडीओ पंचायत नवाबगंज को जांच अधिकारी बनाया गया है। बताते चलें कि गिरफ्तारी के समय आरोपी की जेबों से 84 हजार 685रूपये मिले थे, जिसका वह हिसाब नहीं दे सका। जिसे अवैध मानते हुए जब्त कर लिया था साथ ही उसके खिलाफ बारादरी थाने में केस दर्ज कराया था। अधिकारियों ने पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

खुल सकते हैं कई राज

एंटी करप्शन टीम मामले की विवेचना में डीपीआरओ सहित कई अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ कर सकती है। इस दौरान प्रधान के खिलाफ चल रही जांच की कुछ पत्रावलियां भी खंगाली जा सकती हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि एंटी करप्शन टीम की इस कार्रवाई में कई राज खुल सकते हैं।

साक्ष्य जुटाने में जुटी एंटी करप्शन टीम

एंटी करप्शन टीम साक्ष्य जुटाने में लगी है। फ्राइडे रात भी विकास भवन पहुंची टीम ने डीपीआरओ ऑफिस में लगे टीवी फुटेज और आरोपी बाबू के कंप्यूटर की हार्ड डिस्क कब्जे में ले ली। इस दौरान कई पत्रावलियां हटाने की भी बात टीम के सामने आई। हालांकि टीम दूसरे दिन अपने स्तर से मामले की तह तक जाने में लगी रही।

वर्जन

एंटी करप्शन टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए कनिष्ठ लिपिक प्रेमपाल को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही आरोपी की विभागीय जांच कराई जा रही है।

चंद्रिका प्रसाद, डीपीआरओ