- शहर के आधा दर्जन जगहों पर डॉक्टरों की वजह से चरमराती है ट्रैफिक व्यवस्था

- अशोक राजपथ का एक पूरा लेन ब्लड बैंक और पैथोलॉजी वाले किए रहते हैं कैप्चर

- डेंटल कॉलेज के सामने भी डॉक्टरों की गाडि़यां इंक्रोच्ड कर की जाती है पार्क

- बोरिंग रोड में न्यूरो के डॉक्टरों की वजह से बढ़ जाती है परेशानी

PATNA : अब तक पटना के डॉक्टर इलाज करने में माहिर माने जाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि शहर के कई डॉक्टर इलाज करने से पहले पटनाइट्स को पूरी तरह से बीमार कर देते हैं फिर उनकी बीमारी का इलाज करते हैं। यह आपको भी थोड़ा अटपटा लग रहा होगा, लेकिन सच्चाई है कि सबसे अधिक नेक पेन, स्पांडलाइसिस सहित एक्सीडेंट की चपेट में पटनाइट्स फंसते हैं और इसका एक कारण शहर के डाक्टर भी हैं क्योंकि इनकी लापरवाही से सड़क पर सबसे अधिक जाम लगता है। उस जाम से निजात पाने के लिए आनन फानन में पटनाइट्स गाड़ी को आगे पीछे करते रहते हैं और इससे वो कई तरह की बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। यही नहीं अगर जाम से निकलने में लापरवाही बरती गई तो फिर एक्सीडेंट की भी होता है। डॉक्टरों के दबिश की वजह से लोकल थाने की पुलिस और ट्रैफिक डिपार्टमेंट कुछ नहीं कर पाता है, लेकिन सच्चाई है कि नर्सिग होम या क्लिनिक में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से सड़कों पर गाडि़यां लगी रहती हैं और घंटों जाम में लोग फंसे रहते हैं।

लापरवाही की बानगी और ट्रैफिक की मुसीबत

हड्डी तोड़ रहे दांत वाले डॉक्टर

पटना डेंटल कॉलेज के पास डॉक्टरों की गाडि़यां सड़कों के किनारे लगी रहती हैं तो सामने डेंटल क्लिनिक के बाहर भी गाडि़यां काफी लगी रहती हैं। आगे जीएम रोड और मखनियां कुआं में शहर के जाने माने स्किन स्पेशलिस्ट और न्यूरो फिजिशियन की क्लिनिक की वजह से सुबह से शाम यहां पर पेशेंट की गाड़ी व एंबुलेंस लगी रहती है। इस वजह से घंटों जाम लगा रहता है, जबकि अशोक राजपथ, जीएम रोड और मखनियां कुआं सहित रमना रोड में अवैध पार्किंग के लिए कभी अभियान नहीं चलाया गया है।

वेन को हिला रहे नस के डॉक्टर

बोरिंग केनाल रोड और कवि रमण पथ से बोरिंग केनाल रोड की लिंक गली। इस गली में शहर के दो जाने माने न्यूरो फिजिशियन की क्लिनिक और हॉस्पीटल चलते हैं। इससे सड़क के दोनों तरफ एंबुलेंस और पेशेंट की गाडि़यां लगी रहती हैं। इसमें से एक पद्मश्री डाक्टर हैं तो दूसरे न्यूरो के बड़े नाम हैं। दोनों जवाबदेह हैं। इसके बाद भी दोनों ने अपनी क्लिनिक में आने वाले पेशेंट के हिसाब से पार्किंग नहीं बनवा रखा है और इससे घंटों जाम लगा रहता है।

ब्लड बेचने वाले जाम कर रहे खून

पीएमसीएच के सामने अवैध ब्लड बेचने वाला ब्लड बैंक अपने नर्सिग होम के सामने अवैध पार्किंग लगवाता है। वो भी एक दो नहीं बल्कि दर्जनों गाडि़यां एक साथ लगी रहती हैं। गार्ड ने बताया कि उनके यहां आने वाले पेशेंट और उनके अटेंडेंट की गाडि़यां रहती हैं, जो काम होते चली जाएंगी। दवा का शॉप चला रहे जीएम रोड के राजीव कुमार ने बताया कि पार्किंग के लिए कहीं जगह नहीं मिलती है। इससे परेशानी होती है। अगर पार्किंग हो तो आसानी से काम बन जाए।

राजेंद्र नगर गोलंबर स्थित टेलीफोन एक्सचेंज रोड की हालत है खराब

राजेंद्र नगर ओवर ब्रिज से नीचे उतरते ही टेलीफोन एक्सचेंज रोड आता है। यहां की हालत और भी खराब है। दो दर्जन से अधिक नर्सिग होम होने की वजह से सड़क के दोनों किनारे पर एंबुलेंस और छोटी-बड़ी गाडि़यां दिन भर लगी रहती हैं। इस वजह से आए दिन राजेंद्र नगर के नीचे जाम की स्थिति बनी रहती है। जाने माने डॉक्टर विमल कारक और पीएमसीएच के डॉक्टर अभिजीत सिंह ने बताया कि बिना पार्किंग के क्लिनिक या नर्सिग होम चलाने की वजह से आने जाने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। इसका ख्याल डॉक्टरों को रखना चाहिए।

नर्सिग होम हो या क्लिनिक पार्किंग जरूरी

नगर निगम के बिल्डिंग बायलॉज के मुताबिक किसी भी नर्सिग होम या क्लिनिक में जहां पेशेंट को देखा जाता है वहां पार्किंग का अरेंजमेंट होना चाहिए। क्योंकि डॉक्टरों की क्लिनिक या नर्सिग होम में आने वाले पेशेंट के अटेंडेंट लंबा वक्त देते हैं। ऐसे में उनकी गाडि़यां पार्किंग में लगी होनी चाहिए। निगम के सीनियर ऑफिसर शैलेश चंद्र दिवाकर ने बताया कि पटना नगर निगम एरिया में नर्सिग होम या क्लिनिक वालों को खुद का पार्किंग रखना होगा। अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो ट्रैफिक डिपार्टमेंट या लोकल थाने की पुलिस कार्रवाई कर सकती है।