एक नजर

- 28 से 34 घंटे बाद रेस्क्यू टीमें पहुंच पाई प्रभावित गांवों तक।

- कुछ प्रभावित गांवों में हेलीकॉप्टर के जरिये पहुंचाई गई राहत टीमें।

-घायलों की संख्या 60 तक, 6 को एयरलिफ्ट कर दून लाया गया।

- बचाव राहत कार्यो को एक करोड़ की धनराशि जारी।

- आराकोट न्याय पंचायत के एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में पूरे वीक की छुट्टी.

उत्तरकाशी, उत्तरकाशी के आराकोट न्याय पंचायत में कुदरत के कहर वाले गांवों में मृतकों की संख्या 12 तक पहुंच गई है। अभी भी 15 लोग मिसिंग बताए जा रहे हैं। जिला प्रशासन 6 से 7 लोगों के लापता होने की पुष्टि कर रहा है। इन गांवों में 50 से 60 लोग घायल हुए हैं। 6 घायलों को एयरलिफ्ट कर देहरादून लाकर विभिन्न हॉस्पिटल्स में भर्ती कराया गया। 4 लोगों का दून में ट्रीटमेंट चल रहा है। करीब 28 घंटे बाद ही प्रभावित गांवों तक रेस्क्यू टीमों का पहुंचने को सिलसिला शुरू हो पाया। फिलहाल डीएम ने राहत व बचाव कार्याें के लिए एक करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। न्याय पंचायत आराकोट के सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में सप्ताहभर के लिए छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।

4 दर्जन गांव प्रभावित

संडे सुबह इन इलाकों में कुदरत ने अपना कहर बरपाया। इलाके के 50 से ज्यादा गांवों में जिंदगी पटरी से उतर गई। बरसाती नालों के उफान पर रहे। संपर्क मार्ग, पैदल रास्ते, पुलिया टूटने से इन गांवों तक पहुंचना किसी चैलेंज से कम नहीं है। हालातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि संडे सुबह उत्तरकाशी हेडक्वार्टर से चली रेस्क्यू टीमें मंडे सुबह और दोपहर तक पहुंच पाई। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, वायुसेना, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, पीएसी और राजस्व विभाग के 300 से ज्यादा सदस्यों की टीमें प्रभावित गांवों में बचाव एवं राहत कार्याें में जुटी हुई हैं।

5 शव बरामद किये

मंडे को मलबे में दबे 5 और डेडबॉडीज बरामद किए गए। आराकोट और माकुड़ी गांव में अब तक 12 डेड बॉडीज बरामद किए जा चुके हैं। इनमें 5 मेल, 5 फिमेल व 2 बच्चे शामिल हैं। माकुड़ी में एक मकान के मलबे में अब भी 4 लोगों दबे हैं, जिन्हें रेस्क्यू किए जाने के प्रयास जारी हैं। प्रभावित गांवों में 15 लोगों के मिसिंग का दावा किया जा रहा है। हालांकि प्रशासनिक आंकड़ा केवल 7 बताया गया है।

34 घंटे बाद रेस्क्यू

माकुडी और बलावट गांव में करीब 34 घंटे बाद हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू टीमों को ड्रॉप किया जा सका। जबकि टिकोली में यह भी संभव नहीं हो पाया। बताया गया है कि टिकोली में सुबह 11 बजे पैदल ही रेस्क्यू टीमें पहुंच पाई।

बाहर से आई टीमें

-डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर उत्तरकाशी, दून व शिमला से आई रेस्क्यू टीमें आराकोट में जुटी हुई हैं। दोपहर में एयरफोर्स की टीम ने चॉपर के जरिये भी माकुडी, आराकोट, मोल्डी, टिकोची में राहत सामग्री के पैकेट ड्रॉप किए। एसडीआरएफ की टीम ने भी हेलीकॉप्टर से गांवों में राहत सामग्री पहुंचाई

आपदा सचिव भी पहुंचे

राज्य के आपदा सचिव अमित नेगी व एसडीआरएफ के आईजी संजय गुंज्याल ने स़ुबह आराकोट पहुंचकर राहत कार्याें का जायजा लिया। उत्तरकाशी के डीएम डॉ। आशीष चौहान ने आराकोट में कैंप किया।

दो मंत्री भी पहुंच हाल जानने

उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत व कृषि मंत्री सुबोध उनियाल आराकोट पहुंचे। उन्होंने घायलों व प्रभावितों का हालचाल जाना। जीआईसी आराकोट व फॉरेस्ट गेस्ट हाउस में 150 ग्रामीण ठहराये गये हैं, 45 घायलों को भी यहां उपचार दिया जा रहा है।

आपदा सचिव ने दी जानकारी

राज्य के आपदा सचिव ने दोपहर में सचिवालय में बताया कि आराकोट, मोल्डी, माकुड़ी, टिकोची, किराणु, चीवां, बलावट सहित 13 गांवों में जान-माल का नुकसान हुआ है। जहां पुलिया क्षतिग्रस्त हैं, वहां टेंपरेरी ब्रिज बनाने के निर्देश दिए गए हैं। युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी हैं।