- कल्याण बिगहा को शराब मुक्त करने वाले जीविका समूह को एक लाख रुपए देने की अनुशंसा

- शराब मुक्त गांव बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली एकता व खुशबू ग्राम संगठन को डीएम ने किया सम्मानित

PATNA/ BIHARSHARIFF: कल्याण बिगहा को सूबे का पांचवा व जिले का दूसरा शराब मुक्त गांव डीएम डॉ। त्यागराजन एसएम ने संडे को घोषित किया। डीएम ने शराब मुक्त गांव बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली दो अलग-अलग जीविका समूह की चार महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं समूह की महिलाओं से डीएम ने पूछा कि वे किस प्रकार गांव के शराब पीने के आदी पुरुषों को समझाकर शराब की लत को छुड़ाया। महिलाओं ने बताया कि रोज शाम पांच से सात बजे एकत्रित होकर पुरुषों को शराब पीने से सख्ती से रोकते थे। इसमें वे महिलाएं भी रहती थी जिसके पति शराब पीकर आते थे। डीएम ने पूछा कि शराब मुक्त गांव बनाने की प्रेरणा कहां से मिली। महिलाओं ने बताया कि पहले से ही शराब मुक्त कराने के प्रयास में लगी थी। लेकिन कामयाबी व पूरी सक्रियता तब आई जब गांव के ही मुख्यमंत्री ने राज्य को शराब मुक्त बनाने की घोषणा की। बताया कि आगे हौसला अफजाई डीएम व डीपीएम जीविका के बार-बार प्रोत्साहित करने पर हुआ।

इन्हें मिला प्रशस्ति पत्र

हरनौत प्रखंड के कल्याण बिगहा गांव की दो समूह एकता व खुशबू ग्राम संगठन की सक्रिय सदच्य बच्ची देवी, राधा देवी, कौशल्या देवी व जनक नंदनी देवी को डीएम ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए कल्याण बिगहा को पूर्णतया नशा मुक्त गांव होने की घोषणा की।

किसने की जांच

कल्याण बिगहा नशा मुक्त गांव हो गया है। यह दावा जीविका समूह द्वारा करने के बाद डीएम ने अलग-अलग पदाधिकारियों से जांच कराई। पहले जांच जिला उत्पाद अधीक्षक राम बाबू ने की। उसके बाद जांच जीविका के डीपीएम डा। संतोष कुमार ने की। अंत में पूर्णतया गांव शराब मुक्त हुआ है कि नहीं यह जांच वरीय समाहर्ता मुर्शीद आलम ने की।

कल्याण बिगहा से पूर्व रहुई प्रखंड का एक गांव नशा मुक्त घोषित किया जा चुका है। कल्याण बिगहा में तीन अलग-अलग पदाधिकारियों ने जांच की। सभी के रिपोर्ट के बाद कल्याण बिगहा को शराब मुक्त गांव घोषित किया गया है। समूहों को प्रोत्साहन के तौर पर एक-एक लाख रुपए देने की अनुशंसा उत्पाद सचिव से की गई है।

-डॉ। त्यागराजन एसएम, डीएम, बिहारशरीफ