लोकभवन में बत्त्ती गुल, लेसा चीफ पर गिरी 'बिजली'

- रविवार रात से गायब रही लोकभवन और आस पास की बिजली

- बिजली सप्लाई न होने पर तीन अफसर हटाए गए

LUCKNOW :

सीएम अखिलेश यादव के नए ऑफिस में रविवार देर रात गुल हुई बिजली सोमवार सवेरे तक नहीं आयी। जबकि सोमवार को सीएम के नए ऑफिस लोकभवन में स्मार्ट फोन की लॉचिंग का कार्यक्रम होना था। जैसे ही लोकभवन में बिजली नहीं आने की बात सीएम के कानों तक पहुंची तो इसकी गाज लेसा के तीन जिम्मेदार अधिकारियों को पद से हटा दिया गया। साथ ही एमडी मध्यांचल ने बिजली न आने के कारणों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का भी गठन कर दिया है।

कार्यक्रम के समय आई याद

गौरतलब हो कि पिछले हफ्ते ही सीएम के नये कार्यालय लोकभवन का उद्घाटन हुआ था, लेकिन लोकभवन की बिजली रविवार रात को गई तो सोमवार सुबह आई ही नहीं। सोमवार सुबह 11 बजे कार्यक्रम होना था। कार्यक्रम के लिए तैयारियां की जा रही थी तो पता चला कि बिजली ही नहीं हैं। यह देख बिजली विभाग से लेकर राजकीय निर्माण निगम तक के अधिकारियों को हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में बिजली आपूर्ति बहाल करने की व्यवस्था की जाने लगी। कुछ देर बाद 11 बजकर 4 मिनट पर जैसे तैसे बिजली चालू की गयी। जिसके बाद सीएम का कार्यक्रम शुरू हो पाया। सीएम ने कार्यालय में बिजली गुल होने पर नाराजगी जतायी।

गिरी गाज, 3 दिन में होगी जांच

लोक भवन की बिजली गुल होने के कारण एमडी मध्यांचल ने लेसा के मुख्य अभियंता आशुतोष कुमार, अधीक्षण अभियंता जीडी द्विवेदी व एसडीओ दारूलसफा शैलेन्द्र कुमार को बलि का बकरा बनाकर पद से हटा दिया और मध्यांचल मुख्यालय से अटैच कर दिया गया। मध्यांचल एमडी ने मामले की जांच के लिए निदेशक तकनीकी को जांच अधिकारी बनाया गया है। वह तीन दिन में मामले की जांच कर रिपोटर्1 देंगे।

ट्रांसमिशन से बंद थी आपूर्ति

लेसा अधिकारियों के मुताबिक मार्टिनपुरवा 132केवी ट्रांसमिशन पर मेंटीनेंस कार्य के चलते सोमवार सुबह 6-10 बजे तक बिजली बंद करने की सूचना दी गयी थी। इसके तहत ऐबट रोड, ओसीआर, दारुलशफा व विधान सभा मार्ग के आस-पास की बिजली बंद होने की सूचना हुसैनगंज खंड को दी गयी थी। लेसा अभियंताओं का कहना है कि ट्रांसमिशन द्वारा बिजली बंद हो तो वितरण अधिकारी कुछ नहीं कर सकते।

निर्माण निगम के हाथों में थी व्यवस्था

राजभवन, सचिवालय, एनेक्सी व सीएम आवास जैसी महत्वपूर्ण इमारतों की विद्युत व्यवस्था की जिमेदारी राजकीय निर्माण निगम की होती है। सेामवार को जब सीएम आफिस की बिजली गुल हुई तो निगम अधिकारियों ने सारा दोष लेसा प्रशासन पर डाल दिया। अपनी नाकामी को छिपाते हुए निगम के अधिकारियों ने कहा कि बिजली बंद करने की सूचना लेसा द्वारा उन्हें नहीं दी गयी थी।

आरएनएन भ्ाी जिम्मेदार

लोकभवन के निर्माण का जिम्मा यूपी राजकीय निर्माण निगम के पास है। अभी भी यहां पर निर्माण कार्य जारी है। इसलिए सीएम आफिस में बिजली के बैकअप की व्यवस्था की मेनजिम्मेदारी राजकीय निर्माण निगम ककी थी। सूत्रों के मुतबिक इमारत में पॉवर बैकअप के लिए 1000 केवीए के 3 जनरेटर भी हैं, लेकिन ऐन मौके पर उनसे सप्लाई नहीं मिल सकी।