DEHRADUN: जून का आधा महीना बीतने के करीब है. अब सरकार को पेयजल की याद आई है. मंडे को सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में सिंचाई व पेयजल विभाग की समीक्षा बैठक ली. अधिकारियों को निर्देश दिये की गर्मियों में स्टेट में कहीं भी पानी की किल्लत न हो, इसका ध्यान रखा जाए. पानी की कमी वाले स्थानों पर टैकरों के माध्यम से पेयजल की प्रतिपूर्ति सुनिश्चित की जाए.

- यात्रा मागरें व प्रमुख टूरिस्ट प्लेसेज पर टूरिस्ट व श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को जलापूर्ति की समुचित व्यवस्था हो.

- सिंचाई, पेयजल व जल संस्थान को आपस में करना होगा कॉर्डिनेशन.

- जमरानी व सौंग डैम के साथ ही सूर्यधार व मलढुंग झील की जानकारी भी ली.

सौंग डैम बने मॉडल डैम

सीएम ने दून में बनने वाले सौंग डैम पर कहा कि यह डैम देश का मॉडल डैम बने, इसके लिए प्रयास किये जाएं. सूर्यधार व मलढुंग झीलों के निर्माण की प्रगति पर संतोष जताते हुए गैरसैंण, गगास, खरकोट, ल्वाली व लोहाघाट आदि में बनने वाली झीलों के निर्माण में भी तेजी लाई जाए. यहां टूरिज्म के हिसाब से डेवलप किया जाए. सीएम ने सीवरेज से संबंधित एडीबी द्वारा संचालित योजनाओं के रख-रखाव की भी प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश्ा दिए.

कार्मिकों का हाे ट्रांसफर

सीएम ने अपने कार्य के प्रति उदासीन कार्मिक, जो एक स्थान पर लंबे वक्त से तैनात हैं, उनके ट्रांसफर के आदेश भी दिए. बैठक में उपाध्यक्ष राज्य स्तरीय पेयजल अनुश्रवण समिति रिपुदमन सिंह रावत के अलावा अधिकारी भी मौजूद रहे.