- सीएम नीतीश कुमार ने इंजीनियर्स को भूकंपरोधी मकान बनाने की ट्रेनिंग लेने को कहा

- 10 ट्रक राहत सामाग्री को नेपाल के लिए किया रवाना, मंत्री जमे हैं रक्सौल में

PATNA: भूकंप के बाद कई झटके आए। भूकंप का केंद्र पहाड़ पर था। यदि यही भूकंप मैदानी एरिया में इसी तीव्रता के साथ आता, तो इसका क्या प्रभाव हम सब के जीवन पर पड़ता। भूकंप की तीव्रता से सीख लेते हुए हम सबके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपने मकानों को भूकंपरोधी बनाएं। जापान से सीख लें। जापान में बराबर भूकंप आता है, मगर वहां भूकंप के कारण मकान डोल जाते हैं, जान माल का खतरा बहुत कम होता है। मेरी विनम्र प्रार्थना है कि आप अपने मकानों को भूकंपरोधी जरूर बनाएं। ये कहा सीएम नीतीश कुमार ने। उन्होंने नेपाल के लिए राहत सामग्री रवाना करते समय एसकेएम परिसर में ये कहीं।

जल्द से हम सचेत हो जाएं

नीतीश कुमार ने कहा कि मैं सूबे के इंजीनियर्स से अपील करता हूं कि वे आएं और भूकंपरोधी कमान बनाए जाने की ट्रेनिंग लें। उन्होंने कहा कि बिहार भूकंप की दृष्टि से जोन-भ् में आता है। जिस तीव्रता से भूकंप आया, यदि उसका पटना में एपी सटेंर होता तो लाखों लोग इससे इफेक्टेड होते, इसलिए जरूरी है कि हम सचेत हो जाएं। उन्होंने कहा कि मैदानी एरिया में भूकंप का केन्द्र बिन्दु हो तो क्या हो सकता है, इसका अनुमान करें। सीएम ने बताया कि राज्य सरकार के एक मंत्री विजय चौधरी रक्सौल में राहत कार्यो में समन्वय स्थापित करने के लिए कैंप कर रहे हैं।

दस ट्रक राहत सामग्री भेजी

दस ट्रकों पर लदी राहत सामग्रियों को नेपाल के भूकंप पीडि़तों के लिए भेजा गया। इसमें हर पैकेट में दो किलो चूड़ा, ख्भ्0 ग्राम चीनी, क्00 ग्राम नमक, ब्रिटैनिया बिस्कुट एक पैकेट, सुधा दूध पावडर ख्00 ग्राम और एक टॉर्च दिए गए हैं। गुरुवार को क्फ्म्भ्0 पैकेट भेजे गए। अन्य राहत सामग्रियों में चूड़ा ख्08 बैग, बिस्कुट ख्भ्0 कार्टून, मैगी ख्भ्0 कार्टून, पानी क्भ्0 कार्टून और कंबल क्भ्00 भी भेजे गए। ख्भ् टेंट भी पीडि़तों को के लिए भेजे।

सीएम ने दिया एक माह का वेतन

भूकंप की आपदा और बड़े नुकसान के बाद हर तरफ से मदद के हाथ बढ़ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार ने भूकंप प्रभावितों के लिए एक माह का वेतन, एक लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि लोग आगे बढ़कर भूकंप पीडि़तों की मदद करें।