- सीएम नीतीश कुमार ने कहा, पीएम ने बिहार का अपमान किया है

PATNA: पीएम ने बिहार को बीमारू कह कर राज्य का अपमान किया है। राजस्थान को पहले बीमारू बताकर अपने ही तत्कालीन सरकार का अपमान किया। जब राजस्थान और मध्यप्रदेश बीमारू राज्य से बाहर आए, तब तो केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं थी। ये कहा नीतीश कुमार ने।

मोदी की आदत है जोर से झूठ बोलना

नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी मतलब बड़का झुट्ठा पार्टी। नरेंद्र मोदी के फ्00 करोड़ रुपए प्रचार में खर्च करने के आरोप में कहा कि मोदी साबित करके दिखाए कि ऐसा किया गया है। मोदी की आदत है जोर-जोर से झूठ बोलना। बीजेपी के साथ गठबंधन था तो ठीक था, अब गलत हो गया।

गुजरात दंगे भूल गए क्या?

नीतीश कुमार ने कहा अब बिहार बीमारू राज्य नहीं है। मोदी अपने भाषण में कहना चाहते हैं कि अगर बिहार में दूसरी पार्टी की सरकार बनेगी तो सहयोग नहीं करेंगे। क्या यही है सहयोग के साथ चलने की भावना। जिन राज्यों में बीजेपी सरकार नहीं होगी, क्या वहां विकास नहीं कराएगा केंद्र? नीतीश ने कहा, गुजरात दंगों के समय को भूल गए क्या? तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने राजधर्म निभाने की नसीहत दी थी। मोदी ने हमारी दस सालों की सरकार में विकास न होने की बात कही। उस वक्तहमारे साथ बीजेपी भी थी। क्या मोदी मानते हैं कि इन सालों में भाजपा का कोई योगदान नहीं था।

अमित शाह तो जेल गए थे

नीतीश ने कहा, जेल में लोगों को सुधारने के लिए भेजा जाता है। इसे सुधारगृह भी कहा जाता है। वहां भी योग सिखाया जाता है, लेकिन उन्होंने कह दिया कि जेल जाने वाले लोग और बुरे हो जाते हैं। जेल के मामले में उनकी राय ठीक नहीं है। जेल वाली बात उन्होंने तब कही जब उनके बगल में उन्हीं की पार्टी के अध्यक्ष भी बैठे थे, जो खुद जेल जा चुके हैं। अमित शाह जेल गए हैं शायद उनके जेल के गुणों का फायदा लेने के लिए पार्टी का अध्यक्ष बनाया है।

गया में गोवा से ज्यादा टूरिस्ट आते हैं

पर्यटकों के मुद्दे पर नीतीश ने कहा कि गया में गोवा से ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। पहले की तुलना में अब ज्यादा संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। अब तो पितृपक्ष में और भी भीड़ बढ़ गई। दलाई लामा भी आए। सुविधाएं भी बढ़ी। केंद्र को अपने ही आंकड़ों को देखना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा, पीएम बिहार को निराश करके गए। देश के इतने बड़े नेता को एक बड़ी पार्टी को जंगलराज कहना और जेडीयू का नामकरण करना शोभा नहीं देता। बिहारियों के बिना देश में किसी का कोई काम नहीं चलता है।