RANCHI: झारखंड विधानसभा चुनाव की आहट के बीच प्रदेश भाजपा ने अपने मंसूबे साफ कर दिए हैं। इसी के तहत प्रचार अभियान में दूसरे दलों से आगे रहने के लिए पार्टी ने हर स्तर पर प्रयास तेज कर दिए हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास के बीते दिन दिल्ली दौरे के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी वर्तमान सरकार के मुखिया के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी के इस कदम से जहां चुनाव की तैयारियों में इसका लाभ मिलेगा, वहीं यह भी साफ हो गया है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने रघुवर सरकार के कामकाज को पूर्ण रूप से अपनी सहमति दे दी है.दिल्ली दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से भी मुलाकात की। इसके अलावा वे एम्स जाकर वहां भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मिले। पीएम ने झारखंड विधानसभा भवन और साहिबगंज में जल मार्ग विकास बंदरगाह परियोजना के उद्घाटन करने के रघुवर दास के आग्रह को तुरंत स्वीकार कर लिया। एक तरह से यह पार्टी की राज्य में चुनाव अभियान की तैयारियों को बल देगा।

कुपोषण मुक्त बनाने में मदद

इसके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुख्यमंत्री रघुवर दास की मुलाकात को आलाकमान की हरी झंडी के तौर पर देखा जा रहा है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं तक पार्टी की पहुंच बनाने के लिए सीएम ने कुपोषण मुक्त झारखंड बनाने के लिए केंद्र से मदद भी ले ली। इससे यह कहा जा सकता है कि भाजपा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व ही अपने सफर को शुरू कर देना चाहती है।

पॉजिटिव होगा पार्टी का प्रचार

इधर, दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रभारियों और सहप्रभारियों की बैठक में अमित शाह ने साफ बता दिया कि भाजपा का प्रचार अभियान सकारात्मक होगा। बैठक में झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रभारी ओमप्रकाश माथुर और सहप्रभारी नंदकिशोर यादव मौजूद थे। इन्हें आदिवासी समुदाय पर खास नजर रखने के लिए भी कहा गया है। कहा गया कि सरकार के कामकाज और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाएं। असंतुष्ट वर्ग को साधने पर भी रणनीति बनाने के लिए कहा गया।

चुनावी मोड में भाजपा

यह भी तय हुआ है कि 24 अगस्त को ओमप्रकाश माथुर और नंदकिशोर यादव रांची आएंगे और भाजपा कोर कमेटी की बैठक करेंगे। यही नहीं, माथुर दो दिन रुककर अलग-अलग बैठकें करेंगे। वहीं खबर यह भी है कि कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी 29 अगस्त को रांची आएंगे। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री धमर्ेंद्र प्रधान भी रांची आ रहे हैं। वे यहां सीएनजी स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के प्रस्तावित दौरे से यह पूरी तरह स्पष्ट है कि पार्टी अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ गई है।

सीएम के दिल्ली दौरे के मायने

-प्रधानमंत्री ने झारखंड के नए विधानसभा भवन और साहिबगंज में बंदरगाह का उद्घाटन करने के सीएम के आग्रह को स्वीकारा।

-मोदी 15 सितंबर के बाद किसी भी तिथि को झारखंड के दौरे पर आ सकते हैं।

-गृह मंत्री से मुलाकात के बाद पार्टी आलाकमान ने संकेत दिए कि झारखंड में विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।

-चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने अमित शाह 3 सितंबर को रांची आएंगे।

-स्मृति ईरानी के साथ बैठक में सितंबर से राज्य में कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाने पर सहमति बनी।

-एनीमिया की समस्या से जूझ रही महिलाओं खासकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं तक पार्टी की पहुंच बढ़ेगी।

-दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रभारियों और सहप्रभारियों की बैठक में असंतुष्ट वर्ग को साधने पर बनी रणनीति।

-आदिवासी समुदाय पर विशेष नजर रखने को कहा गया।

-24 अगस्त को ओमप्रकाश माथुर और नंदकिशोर यादव रांची आएंगे और कोर कमेटी की बैठक करेंगे।

-केंद्रीय मंत्री धमर्ेंद्र प्रधान भी रांची आ रहे हैं। वे यहां सीएनजी स्टेशन का उद्घाटन करेंगे।