- जी जान से जुटे रहे मजदूर, लेकिन काम नहीं हुआ पूरा
- मुख्यमंत्री के आलीशान ऑफिस का काम भी देर रात तक नहीं हो सका था पूरा
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LUCKNOW: आधी अधूरी तैयारी के बीचच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्वतंत्रा दिवस पर नये सचिवालय भवन पर झंडा नहीं फहरायेंगे। अधिकािरयों ने संडे की शाम बिल्डिंग का दौरा करने के बाद तय किया कि अभी इस बिल्डिंग का उद्घाटन नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री के सलाहकार आलोक रंजन ने 14 अगस्त तक काम पूरा करने का निर्देश निर्माण निगम के अधिकारियों को दिया था। बिल्डिंग की बात छोडि़ये मुख्यमंत्री को जिस तल पर बैठना है, वहां भी काम अभी पूरा नहीं हो सका। हालांकि पिछले एक हफ्ते से यहां दिन रात काम चल रहा है। शनिवार की शाम तक पोर्टिको से लेकर पांचवे तल पर मुख्यमंत्री के ऑफिस तक सैकड़ों मजदूर काम पूरा करने की पूरी कोशिश करते रहे। मुख्यमंत्री को जिस ऑफिस में बैठना है वहां भी डेकोरेशन का काम अधूरा था। माना जा रहा है कि इस बिर्ल्डिंग का उद्घाटन भी मुख्यमंत्री सितंबर के अंत में या फिर अक्टूबर के पहले हफ्ते में करेंगे।
हर फ्लोर पर काम अधूरा
संडे को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नये सचिवालय भवन में ग्राउंड फ्लोर से लेकर पांचवे फ्लोर तक काम अधूरा नजर आया। कहीं टाइल्स का काम अधूरा था और कहीं फर्नीचर का काम अधूरा था। कुछ कमरों को फिनिशिंग टच दिया जा रहा था। कई कमरे ऐसे थे, जहां पेंट से पहले पुट्टी कर उसे सुखाया जा रहा था ताकि उस पर पेंट किया जा सके। पांचवे फ्लोर पर सीएम अखिलेश यादव को बैठना है, यहां भी सीएम की टेबिल जोड़ा जा रहा था। सीएम के आफिस के बाहर भी गैलरी में पेंट और पॉलिश का काम चल रहा था।
जोड़ी जाती रहीं सीढि़यां
पोर्टिको की सीढि़यों को देर शाम तक कारीगर ईट सीमेंट से जोड़ने के साथ उसपर पत्थर फिट करते नजर आये। वहीं पोर्टिको में ही ढाई दर्जन से अधिक मजदूर उसकी सफाई और बचे हुए कामों को फिनिशिंग टच दे रहे थे। वन विभाग की ओर से सैकड़ों गमले में अलग अलग फूल और पौधे वहां पहुंचाये जा चुके थे। ग्राउंड फ्लोर ही साढ़े पांच सौ सीट के ऑडिटोरियम में काम अंतिम क्षणों में चल रहा था। यहां भी काम युद्ध स्तर पर चल रहा था और पूरा ऑडिटोरियम गर्द से भरा नजर आया। एक इंजीनियर ने नाम ना छापे जाने की शर्त पर बताया कि यहां पिछले 25 दिनों में छह महीने के बराबर का काम हुआ है। पूरी तरह से इस बिल्डिंग को तैयार होने में अभी भी कम से कम 20 से 25 दिन का समय और लगेगा।
लिफ्ट के साथ एक्सीलेटर भी
यहां बेसमेंट में दो फ्लोर की पार्किंग की व्यवस्था की गयी है। बेसमेंट से फर्स्ट फ्लोर पर आने के लिए दो एक्सीलेटर लगाये गये हैं। यहां सिक्योरिटी के भी इलेक्ट्रानिक बंदोबस्त किये गये हैं। लेकिन 15 अगस्त को झंडा रोहण की कोई तैयारी बिल्डिंग में नजर नहीं आयी। एक इंजीनियर ने बताया कि पिछले 25 दिनों में यहां मजदूरों ने छह माह के बराबर का काम किया है। बिल्डिंग का काम पूरी तरह से फिनिश होने में कम से कम 20 से 25 दिन का समय और लगेगा। मुख्यमंत्री सचिवालय ने इस बात की पुष्टि की है कि मंडे को मुख्यमंत्री नये सचिवालय का उद्घाटन नहीं कर रहे हैं।
ये होगा खास
-1300 अधिकारियों और कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था
- 550 व्यक्तियों की क्षमता का ऑडिटोरियम
- 150 की क्षमता का मीडिया सेंटर
- पूरी बिल्डिंग में वाई फाई फ्री सुविधा
- पंचम तल पर मुख्यमंत्री का ऑफिस
-चौथे तल पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री का दफ्तर
- तीसरे तल पर मुख्यमंत्री के स्टाफ
- दूसरे तल पर कार्मिक विभाग का ऑफिस
- पहले तल पर मुख्य सचिव का दफ्तर
- सुरक्षा के लिए पांच अत्याधुनिक वॉच टावर