-डीएम व एसएसपी को दोषियों को तुरंत अरेस्ट करने के निर्देश

-फॉरेंसिक टीम करेगी घटनास्थल की जांच

LUCKNOW

नोएडा में होमगार्ड ड्यूटी के भुगतान में हुए घोटाले के दस्तावेज जलाये जाने की घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने डीएम व एसएसपी को दोषियों को तुरंत अरेस्ट करने का निर्देश दिया है। साथ ही घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कराने व प्रमुख सचिव होमगार्ड से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

मुख्यालय में जल गए घोटाले के दस्तावेज

गौतमबुद्धनगर स्थित होमगार्ड कार्यालय में बीती रात संदिग्ध हालात में आग लग गई थी। इस अग्निकांड में होमगार्ड ड्यूटी के भुगतान में हुए घोटाले के दस्तावेज भी जलकर खाक हो गए थे। उल्लेखनीय है कि नोएडा के थानों में होमगार्डो की फर्जी ड्यूटी लगाकर मानदेय हड़पने का मामला सामने आया था। दरअसल, होमगार्डो की थाने में फर्जी ड्यूटी लगाकर उनका मानदेय हड़पने की शिकायत करीब छह माह पहले की गई थी। प्लाटून कमांडर की शिकायत पर एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण ने इसकी जांच कराई थी। गड़बड़ी पकड़े जाने पर जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। जो फिलहाल जांच कर रही है। इसी दौरान होमगार्ड कार्यालय में इन दस्तावेजों का जलना साजिश माना जा रहा है।

सीएम नाराज, कार्रवाई के निर्देश

होमगार्ड घोटाले के दस्तावेज जलाये जाने की सूचना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने डीएम व एसएसपी को निर्देश दिया कि इस अग्निकांड के दोषियों को तुरंत अरेस्ट किया जाए। इसके अलावा घटनास्थल की जांच फॉरेंसिक टीम से कराए जाने के भी निर्देश दिये। सीएम ने प्रमुख सचिव होमगार्ड और डीजी होमगार्ड से तुरंत इस मामले में रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद कई अन्य अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।

विपक्ष ने की हाईकोर्ट के जज से जांच कराने की मांग

गौतमबुद्धनगर में होमगार्ड ड्यूटी घोटाला पकड़े जाने के बाद कार्यालय में लगी आग को विपक्ष ने सोचीसमझी साजिश बताया है। समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अग्निकांड को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घोटालेबाजों को बचाने का षडयंत्र बताया गया है। ट्वीट में कहा गया है कि 'नोएडा होमगॉर्ड दफ्तर में सत्ता द्वारा लगाई आग में होमगॉर्ड ड्यूटी घोटाले के साक्ष्य किए गए जला कर खाक! भ्रष्टाचार की आंच में हाथ सेंक रहे मंत्री और अधिकारी हुए आजाद! जांच का ड्रामा करना बंद करें मुख्यमंत्री। जनता जानती है किसने रचा है घोटालेबाजों को बचाने का षड्यंत्र.' कांग्रेस नेता बिजेंद्र सिंह का कहना है कि सरकार में शीर्ष पर बैठे लोगों की प्रशासन पर कोई पकड़ नहीं रह गई है। मनमानी करने पर उतारू अधिकारियों की सत्ताधारी नेताओं से मिलीभगत के कारण भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचता जा रहा है। घटना की हाईकोर्ट के जज से समयबद्ध जांच करायी जानी चाहिए।