लखनऊ (ब्यूरो)। देश की रक्षा करते-करते शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों को प्रदेश सरकार ने नौकरी दी है। ऐसे 11 आश्रितों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र सौंपकर कहा कि सैनिक और उनके आश्रितों के प्रति सरकार संवेदनशील है। सैनिकों और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।

शहीदों के प्रति कृतज्ञ है सरकार

शनिवार को अपने कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि राष्ट्र के लिए शहीद होना सबसे बड़ा बलिदान माना जाता है। सरकार शहीदों के प्रति कृतज्ञ है। सेना और अर्धसैनिक बलों में सबसे ज्यादा जवान उत्तर प्रदेश के हैं। साढ़े चार लाख पूर्व सैनिक हैं। इनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के संबंध में सिविल सैनिक बैठक में विचार-विमर्श कर कार्ययोजना बनाई जाती है। सीएम ने कहा कि इस कार्यक्रम में प्रदेश के 11 अमर शहीदों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जा रहे हैं। इससे पहले छह शहीदों के आश्रितों को राज्य सरकार में नौकरी दी जा चुकी है।

सैनिक विश्रामगृहों का होगा जीर्णोद्धार

प्रदेश में भाजपा की सरकार आने से पहले यह प्राविधान नहीं था। योगी ने 1986 से पहले के परमवीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र, सेना मेडल (वीरता), मेंशन-इन-डिस्पैच से विभूषित पदक विजेताओं को दिए जाने वाले नगद पुरस्कारों में सरकार ने वृद्धि की। उन्होंने सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए किए गए अन्य निर्णयों का भी उल्लेख किया। बताया कि भविष्य में चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के सभी सैनिक विश्राम गृहों के जीर्णोद्धार की योजना है। इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री चेतन चौहान, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, समाज कल्याण राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश, मध्य कमान के जीसीओ मेजर जनरल प्रवेश पुरी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह और निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर रवि भी उपस्थित थे।

इन्हें सौंपे नियुक्ति पत्र

अलीगढ़ के शहीद दलवीर सिंह की पत्नी पिंकी, बागपत के शहीद प्रदीप कुमार की पत्नी नीतू, बरेली के शहीद चंद्रभान की पत्नी पंकज, एटा के शहीद राजेश कुमार की पत्नी श्वेता यादव, गाजीपुर के शहीद विजय यादव के भाई बलवीर सिंह, मथुरा के शहीद पंकज कुमार की पत्नी मेघा चौधरी, शहीद पुष्पेंद्र सिंह की पत्नी सुधा, शहीद रोहिताश कुमार के भाई भगवान सिंह, शहीद नेम सिंह की पत्नी सीमा देवी, मेरठ के शहीद अजय कुमार की पत्नी प्रियंका और वाराणसी के शहीद विशाल कुमार पांडेय की पत्नी माधवी पांडेय।

बातचीत-

मेरे पति ने देश के लिये शहादत दी है। उनके बिछडऩे का गम तो है लेकिन, गर्व भी है। प्रदेश सरकार ने नौकरी देकर पति की शहादत का सम्मान किया है।

-प्रियंका, पत्नी शहीद ग्रेनेडियर अजय कुमार

मेेरे भाई ने अरुणाचल प्रदेश में देश के लिये शहादत दी। परिवार में वे ही अकेले कमाने वाले थे। मुख्यमंत्री ने मुझे नौकरी देकर परिवार की चिंता की। इसके लिये उन्हें धन्यवाद।

-भगवान सिंह, भाई राइफलमैन रोहिताश कुमार

मेरे दो बच्चे हैं। पति के शहीद होने के बाद मुझे समझ नहीं आ रहा था कि बच्चों का पालन-पोषण कैसे करूंगी। प्रदेश सरकार ने हमारी चिंता की, जिससे मेरे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो गया। मुख्यमंत्री जी का शुक्रिया।

-माधवी पांडेय, पत्नी शहीद सार्जेंट विशाल पांडेय

पति के शहीद होने का मुझे गर्व है। लेकिन, उनकी शहादत के बाद भविष्य अंधकारमय नजर आने लगा था। मुख्यमंत्री जी ने नौकरी देकर हमे सम्मान के साथ जीवन बिताने का मौका दिया है।

-पिंकी, पत्नी राइफलमैन दलवीर सिंह

lucknow@inext.co.in

स्थानीय कलाकारों को दें मौका: सीएम

National News inextlive from India News Desk