prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: इस साल पौधरोपण कार्यक्रम में सहजन का पौधा नंबर रहेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे पायनियर स्पीशीज का दर्जा देकर अधिक से अधिक लगाए जाने पर जोर दिया है। उनका कहना है कि जबरदस्त न्यूट्रिशन और बीमारियों के इलाज इस पौधे के दूरगामी लाभ लोगों को प्राप्त होंगे।

लगाए जाएंगे लाखों पौधे
हर साल पौधरोपण के दौरान किसी न किसी पौधे की प्रजाति को पायनियर स्पीशीज का दर्जा दिया जाता है। इस बार स्वयं सीएम योगी आदित्यनाथ ने सहजन को चुना है। इस पौधे का बाटेनिकल नेम मोरिंगा है और इसके अनेक फायदे हैं। यही कारण है कि पूरे यूपी में इसके रोपण का लक्ष्य 2.8 करोड़ रखा गया है और प्रयागराज में सहजन के 7.81 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह लक्ष्य 15 अगस्त से पहले पूरा किया जाएगा। वन विभाग खुद फ्री आफ कास्ट पौधो का वितरण करेगा। बता दें कि पूर्व सीएम मायावती के कार्यकाल में इमली को पायनियर स्पीशीज घोषित किया गया था।

साउथ में बेहद लोकप्रिय है सहजन

दक्षिण भारत में सहजन बे्रहद लोकप्रिय है।

वहां पर यह बारह मास होता है।

साउथ में सांभर में सर्वाधिक सहजन का उपयोग किया जाता है।

करी और सूप में भी इसके बीज, फल आदि को डाला जाता है।

सहजन के फायदे

इसका उपयोग ओवेरियन कैंसर, शियाटिका, मोच, इम्पोटेंसी, यूटीआई, मोटापे और पाचन से जुड़ी बीमारियों में किया जाता है।

एक गिलास दूध जितना प्रोटीन काफी कम मात्रा के सहजन में मिल जाता है।

इस पौधे को हर्बल मेडिसिन भी कहा जाता है।

पौधे लगाकर पैसे पाएंगे किसान
पौधरोपण अभियान में इस बार पौधे लगाने पर किसानों को पैसे भी मिलेंगे। पहली बार मनरेगा लाभार्थी श्रेणी में आने वाले किसानों को अपनी खेत में पौधे रोपने पर 22 से 25 रुपए प्रति पौधे दिया जाएगा। यह पौधे उन्हे अपने खेत में लगाने होंगे। यह भुगतान तभी होगा जब गड्ढे खोदने से लेकर प्रत्येक कार्य किसान करेंगे। पौधे वन विभाग की ओर से कार्यान्वयन एजेंसी ग्राम्य विकास विभाग और सहकारिता को नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। खेतों में लगाए जाने वाले पौधों का लक्ष्य 33 लाख निर्धारित किया गया है।

2.5

करोड़ प्रदेश में रोपे जाने वाले सहजन के पौधों की संख्या

7.81

लाख जिले में कुल रोपे जाने वाले सहजन के पौधे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सहजन के पौधे को इस साल पायनियर स्पीशीज घोषित किया है। वह चाहते हैं कि अधिक से अधिक संख्या में इसे लगाया जाए जिससे आम जनता को इसके औषधीय गुणों का लाभ मिल सके।

-वाईपी शुक्ला,

डीएफओ प्रयागराज