- सीएम ने प्रदेश से जुड़े केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के साथ की वीडियो कॉन्फे्रंसिंग

-कहा, कोरोना से लड़ रही सरकार, सांसद भी करें सहयोग

- लॉकडाउन के पालन पर दिया जोर, कहा-'जनता के स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी'

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : कोरोना संकट के वक्त सीएम योगी आदित्यनाथ सभी का सहयोग जुटाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। रविवार को सीएम योगी प्रदेश से जुड़े केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के साथ सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुखातिब हुए। उन्होंने सभी मंत्रियों व सांसदों को प्रदेश सरकार द्वारा किये जा रहे सभी प्रयासों की जानकारी देने के साथ अपील की कि गरीब-जरूरतमंदों की मदद करने में सहायोग करें। साथ ही लॉक डाउन का पालन जरूर कराएं।

गरीबों के खाता नंबर उपलब्ध कराएं

सीएम ने कहा सांसद का जनता से सीधा संवाद होता है। राज्य सरकार ने ठेला, खोमचा, पल्लेदार, रिक्शा, ई-रिक्शा आदि चलाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को राहत पहुंचाने के लिए उनके बैंक खातों में 1000 रुपये भेजने की घोषणा की है लेकिन, ऐसे अधिकतर व्यक्तियों के बैंक खाते उपलब्ध नहीं हैं। बैंक खाते प्राप्त होने पर जिला प्रशासन द्वारा उनके खाते में सीधे 1000 रुपये भेजे जा सकते हैं। उन्होंने सांसदों से अनुरोध किया कि सोशल मीडिया, टेलीफोन आदि के माध्यम से ऐसे व्यक्तियों के खाते उपलब्ध कराने में सहयोग करें.योगी ने कहा कि लॉकडाउन लागू होने के बाद अन्य राज्यों से आए प्रदेशवासियों में अधिकतर लोगों के पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है। इनकी बैंक खाता नंबर भी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने सांसदों से ऐसे प्रदेशवासियों के राशन कार्ड बनवाने में सहयोग करने और इनकी खाता नंबर प्राप्त कर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ने गरीब कल्याण योजना के तहत एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज घोषित किया है। यह किसी भी सरकार द्वारा घोषित सबसे बड़ी राहत धनराशि है। राज्य सरकार ने भी इसी प्रकार प्रदेश के गरीबों की राहत पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए हैं।

बॉक्स।

फंड के लिए सहयोग की अपील

सीएम ने सांसदों से कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि लॉजिस्टिक्स जैसे वेंटिलेटर्स, पीपीई किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क आदि का निर्माण प्रदेश में ही किया जा सके, इसके लिए एक कोष का गठन किया गया है। विधायक व अन्य संस्थाओं द्वारा इसमें योगदान भी किया जा रहा है। उन्होंने इस कार्यक्रम को गतिशील बनाने में सांसदों से सहयोग की अपील की।

बॉक्स

इनसे किया संवाद

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ। महेंद्र नाथ पांडेय, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त), सांसद डॉ। महेश शर्मा, डॉ। रीता बहुगुणा जोशी,सपा के रेवती रमण सिंह, बसपा के रितेश पांडेय और राम शिरोमणि वर्मा।