- बगैर हूटर के सर्किट हाउस पहुंचा <- बगैर हूटर के सर्किट हाउस पहुंचा CMCM का काफिला, करीब डेढ़ घंटे बाद रवाना हुआ कटिंग मेमोरियल ग्राउंड

- रही चौकस सुरक्षा व्यवस्था, नहीं दी गई किसी को सर्किट हाउस में एंट्री

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सीएम योगी शुक्रवार को बनारस आने के बाद सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। हालांकि निर्धारित टाइम से 20 मिनट की देरी से सीएम का काफिला सर्किट हाउस पहुंचा। लेकिन पहली बार किसी वीवीआईपी के आने के बाद भी न पब्लिक को किसी खास के शहर में होने का एहसास हुआ और न ही हूटर की आवाज से लोग परेशान हुए। क्योंकि सादगी के लिए फेमस योगी अपने ही अंदाज में सर्किट हाउस पहुंचे। काफिले में गिनती की गाडि़यों की मौजूदगी ने जहां लोगों को थोड़ा चौंकाया वहीं बगैर हूटर के सीएम के आने के चलते किसी को ये एहसास ही नहीं हुआ कि कोई खास उनके शहर में है। यहां तक की सीएम जहां भी गए हूटर की आवाज कहीं नहीं सुनाई दी। सीएम का सादगी भरा यह आगमन लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।

सभी को रोक दिया

कई संगठनों की ओर से मिल रहे थ्रेट के कारण सीएम योगी की सुरक्षा पहले से भी ज्यादा टाइट दिखी। सर्किट हाउस में गाडि़यों की एंट्री के बाद सीएम सीधे गर्वनर सुइट पहुंचे और यहां गॉर्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद अपने रुम में चले गए। जहां उन्होंने पार्टी के कई पदाधिकारियों संग पार्टी विधायकों से मुलाकात की और शहर के विकास कार्यो का हाल जाना। इस बीच योगी ने चाय की चुस्की ली और लगभग डेढ़ घंटे तक यहां रुके। वहां मौजूद कई संतों समेत फरियादियों, हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों और भाजपा नेताओं को सर्किट हाउस में एंट्री नहीं दी गई। जिसके कारण लोगों में काफी नाराजगी रही। सर्किट हाउस से कटिंग मेमोरियल के लिए निकलने के बाद कुछ देर पहले रास्ता बंद किया गया और सीएम के काफिले के गुजरते ही रास्ता खुलने से कुछ देर का जाम भी लगा।

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- रही चौकस सुरक्षा व्यवस्था, नहीं दी गई किसी को सर्किट हाउस में एंट्री

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सीएम योगी शुक्रवार को बनारस आने के बाद सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। हालांकि निर्धारित टाइम से ख्0 मिनट की देरी से सीएम का काफिला सर्किट हाउस पहुंचा। लेकिन पहली बार किसी वीवीआईपी के आने के बाद भी न पब्लिक को किसी खास के शहर में होने का एहसास हुआ और न ही हूटर की आवाज से लोग परेशान हुए। क्योंकि सादगी के लिए फेमस योगी अपने ही अंदाज में सर्किट हाउस पहुंचे। काफिले में गिनती की गाडि़यों की मौजूदगी ने जहां लोगों को थोड़ा चौंकाया वहीं बगैर हूटर के सीएम के आने के चलते किसी को ये एहसास ही नहीं हुआ कि कोई खास उनके शहर में है। यहां तक की सीएम जहां भी गए हूटर की आवाज कहीं नहीं सुनाई दी। सीएम का सादगी भरा यह आगमन लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।

सभी को रोक दिया

कई संगठनों की ओर से मिल रहे थ्रेट के कारण सीएम योगी की सुरक्षा पहले से भी ज्यादा टाइट दिखी। सर्किट हाउस में गाडि़यों की एंट्री के बाद सीएम सीधे गर्वनर सुइट पहुंचे और यहां गॉर्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद अपने रुम में चले गए। जहां उन्होंने पार्टी के कई पदाधिकारियों संग पार्टी विधायकों से मुलाकात की और शहर के विकास कार्यो का हाल जाना। इस बीच योगी ने चाय की चुस्की ली और लगभग डेढ़ घंटे तक यहां रुके। वहां मौजूद कई संतों समेत फरियादियों, हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों और भाजपा नेताओं को सर्किट हाउस में एंट्री नहीं दी गई। जिसके कारण लोगों में काफी नाराजगी रही। सर्किट हाउस से कटिंग मेमोरियल के लिए निकलने के बाद कुछ देर पहले रास्ता बंद किया गया और सीएम के काफिले के गुजरते ही रास्ता खुलने से कुछ देर का जाम भी लगा।

CM CM साहब सुन लीजिए हमारी फरियाद

पहली बार सीएम योगी को अपने शहर में पाकर अपनी दुख तकलीफें लेकर बहुत से लोग सर्किट हाउस के बाहर डटे रहे। बजरडीहा में रेप के प्रयास के मामले में आरोपियों पर लाख कोशिश के बाद भी कार्रवाई न होने से नाराज मुस्लिम महिलाएं भी योगी से गुहार लगाने पहुंचीं थीं। महिलाओं का कहना था योगी जी बस एक बार मिल लें क्योंकि एडीजी के कहने पर मुकदमा तो दर्ज हुआ है लेकिन आरोपी अब तक बाहर हैं और रोज जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वहीं जंसा समेत कई जगहों से जमीन विवाद के मामले लेकर भी लोग पहुंचे थे। लेकिन किसी का पत्रक योगी तक नहीं पहुंचा और न ही लोगों को उनसे मिलने दिया गया। जिसके कारण सभी निराश होकर लौट गए।