नए सिरे से जांच के लिए इलाहाबाद पहुंची सीएम योगी की स्पेशल टास्क फोर्स

फोर्स के साथ आए फॉरेंसिक एक्सप‌र्ट्स ने घटना स्थल से जुटाए साक्ष्य

ALLAHABAD: नवाबगंज के जुड़ापुर में एक ही परिवार के चार लोगों की जघन्य हत्या और दो बेटियों के साथ गैंगरेप मामले के गड़े मुर्दे फिर निकलेंगे। इसके नए सिरे से जांच की जिम्मेदारी सीएम आदित्यनाथ योगी ने स्पेशल टास्क फोर्स को सौंपी है। टीम सोमवार को यहां पहुंची और मामले की जांच शुरू की। टीम के साथ आए फॉरेंसिक एक्सप‌र्ट्स ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए। टीम करीब ढाई घंटे तक गांव में रही। इस दौरान पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पीडि़त परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे।

हुई थी चार की हत्या, दो से रेप

23 अप्रैल की रात नवाबगंज के जूड़ापुर गांव में किराना की दुकान चलाने वाले मक्खन लाल गुप्ता, उनकी पत्नी मीरा देवी व दो बेटियों वंदना और निशा की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले बेटियों से न सिर्फ रेप किया गया, बल्कि उनके साथ निर्ममता की सारी हदें पार की गई। पुलिस ने जांच में तेजी तो दिखाई लेकिन हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी।

जल्द खुलासा का वादा

हत्याकांड का खुलासा करने में लोकल पुलिस के फेल होने पर किराना व्यापारी के बेटे रंजीत और बेटी बबिता ने 25 मई को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से लखनऊ जाकर मुलाकात की। उन्होंने जांच स्पेशल टास्क फोर्स की टीम से कराने का आश्वासन दिया था। सीएम का आदेश मिलते ही स्पेशल टास्क फोर्स की टीम सोमवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ इलाहाबाद पहुंची। इसकी सूचना स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ पीडि़त परिवार को दी गई। आठ सदस्यों की टीम दोपहर एक बजे जूड़ापुर पहुंची। डेढ़ बजे नवाबगंज थाने की पुलिस सीओ के नेतृत्व में पीडि़त परिवार के सदस्यों के साथ पहुंची।

लिए गए ब्लड सैंपल

मक्खन लाल के बेटे रंजीत ने मकान का ताला खोला तो टीम अंदर गई और जांच शुरू की। टीम ने परिवार के सदस्यों से बातचीत की। फोरेंसिक एक्सप‌र्ट्स ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किया। खून के धब्बों के साथ ही जमीन पर पड़ी मिट्टी व दरवाजों से ब्लड के सैंपल लिए गए। आलमारी की जांच की गई। कपड़ों को चेक किया गया। मौका-ए-वारदात का पूरा ग्राफ तैयार किया गया। दोपहर डेढ़ बजे से लेकर चार बजे तक करीब ढाई घंटे जांच हुई।

किस रास्ते से थे हत्यारे?

हत्याकांड को अंजाम देने के लिए हत्यारे किस रास्ते से घर में घुसे यह जानने के लिए टीम के सदस्यों ने मक्खन लाल गुप्ता के बेटे व बेटी से बात की। बबिता ने बताया कि हत्यारे मेन दरवाजे से अंदर आए होंगे। क्योंकि छत का रास्ता बंद था। जिस चौकी पर परिवार के लोग सोते थे। उसके नीचे पान की पीक और बीड़ी के टुकड़े मिले थे। इससे लगता है कि शाम को या दिन में किसी समय मौका पाकर हत्यारे अंदर छिपे होंगे और फिर रात में मौका पाकर घटना को अंजाम दिया।

बोले, डिप्टी सीएम, जल्द होगा खुलासा

जुड़ापुर से आने के बाद रंजीत और बबिता गुप्ता ने सर्किट हाउस में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से मुलाकात की। डिप्टी सीएम ने सरकार की ओर से हर संभावित मदद का आश्वासन देने के साथ ही जल्द से जल्द हत्याकांड का खुलासा करने का वादा किया।

टाइम टू टाईम

10.15 बजे

नवाबगंज थाना पुलिस ने सर्किट हाउस में ठहरे रंजीत और बबिता को दी स्पेशल टास्क फोर्स टीम के आने की सूचना

12.30 बजे

सीओ, इंस्पेक्टर नवाबगंज, एसओजी टीम और पुलिस के साथ रंजीत और बबिता जुड़ापुर रवाना

1.30 बजे

पहुंचे जुड़ापुर, फॉरेंसिक एक्सप‌र्ट्स के साथ पहले से मौजूद थी स्पेशल टास्क फोर्स टीम

4.00 बजे

तक घटना स्थल पर चली जांच। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स ने जुटाए साक्ष्य

कराएंगे डीएनए टेस्ट

कमरे के अंदर जहां पर चारों की हत्या हुई थी। वहां केमिकल की मदद से खून के धब्बे उभारे और फिर जांच के लिए सैंपल लिए गए। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के ज्वाइंट डॉयरेक्टर डा। एसके रावत, डा। बृजेश भारतीय, नरेंद्र कुमार, इलाहाबाद की फोरेंसिक एक्सपर्ट्स मनीषा सिंह ने जांच की। मृतका के पास से मिले बाल के नमूने का डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है।