स्त्रद्ब2ड्डद्मद्गह्म.ह्यद्बठ्ठद्दद्ध@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

RANCHI : यह भी सपने देखता था और उसे भी सपने देखते हुए दिखाया जा रहा है। इसके रास्ते में भी गरीबी रोड़ा बनकर खड़ी थी, उसे भी गरीबी से जूझते हुए दिखाया गया है। यह भी शिद्दत से स्केटिंग सीखना चाहता था, उसे भी स्केटिंग के प्रति क्रेजी दिखाया जा रहा है। यह अखबार बेचकर अपने घर और अपनी पढ़ाई का खर्च किसी तरह पूरा कर पाता था, उसे चाय बेचकर कुछ ऐसा ही करते दिखाया जा रहा है। यह भी घंटों दूसरे बच्चों को स्केटिंग पर फर्राटे भरते हुए देखा करता था, उसे भी अमीर घर के बच्चों को स्केटिंग करते हुए निहारते दिखाया जा रहा है। इसे भी एक स्केटिंग कोच ने सहारा दिया और इसके सपनों को ऊंची उड़ान भरने में मदद की, उसे भी एक स्केटिंग कोच का सपोर्ट मिलते दिखाया जा रहा है। दोनों की कहानी लगभग सेम टू सेम है। हम बात कर रहे हैं हिनू के 'हवाई नगर' में रहनेवाले स्केटिंग के नेशनल प्लेयर राजेश और 9 मई को रिलीज होने जा रही बॉलीवुड फिल्म 'हवा हवाई' में लीड कैरेक्टर की। रांची के स्केटिंग प्लेयर राजेश और इस फिल्म के प्रोमो में दिखाई जा रही इसके लीड कैरेक्टर की कहानी एक-दूसरे से काफी हद-तक मिलती-जुलती लग रही है। राजेश को स्केटिंग की ट्रेनिंग देनेवाले और उसे हर मोड़ पर मदद करनेवाले कोच ने तो यह दावा भी कर दिया है कि फिल्म 'हवा हवाई' राजेश की कहानी पर ही बनाई गई है। हालांकि, अभी तक यह क्लियर नहीं हो पाया है कि यह फिल्म वाकई राजेश के सपनों और उसकी स्ट्रग्लिंग लाइफ की कहानी पर बेस्ड है या नहीं।

कोच बोले, यह राजेश की कहानी है

9 मई को रिलीज होनेवाली डायरेक्टर अमोल गुप्ते की फिल्म 'हवा हवाई' के प्रोमो में इसे स्केटिंग के प्रति एक गरीब लड़के की दीवानगी पर फोकस करते दिखाया गया है। इस फिल्म को स्केटिंग जैसे स्पोर्ट पर बनी बॉलीवुड की पहली फिल्म बताया जा रहा है। इधर, रांची के हवाई नगर में रहनेवाले स्केटिंग के नेशनल प्लेयर राजेश के कोच सुमित शर्मा का कहना है कि यह पहली बार है कि रांची के किसी प्लेयर पर बॉलीवुड में फिल्म बनाई गई है। उनका कहना है कि राजेश की किस्मत इसी स्पोर्ट के कारण बदल गई। पहले स्केट्स मिले, इसके बाद उसका एडमिशन रांची के ही एक वीआईपी स्कूल में हुआ और अब उसपर एक फिल्म भी बन गई है, जिसका नाम है 'हवा हवाई'। सुमित शर्मा का दावा है कि इस फिल्म की पूरी कहानी इसी राजेश पर टिकी हुई है। जैसे-जैसे राजेश का करियर शुरू हुआ और अखबार बेचकर वह कैसे स्केटिंग का नेशनल प्लेयर बन गया, यह सबकुछ इस फिल्म में है। अमोल गुप्ते की इस फिल्म का पूरा फोकस राजेश पर ही है।

आई नेक्स्ट ने हाईलाइट की थी राजेश के स्ट्रगल की कहानी

साल 2011 में आई नेक्स्ट की नजर इस स्केटिंग प्लेयर राजेश पर पड़ी थी। उस वक्त राजेश स्केटिंग की प्रैक्टिस करने डोरंडा स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के ग्राउंड में हवाई नगर से पैदल आया करता था। इसके बाद राजेश के हौसले की कहानी आई नेक्स्ट में पहली बार 15 मई 2011 को पब्लिश की गई कि किस तरह यह अखबार बेचकर और पैदल चलकर स्केटिंग की ट्रेनिंग लेने आता है। ट्रेनिंग से पहले राजेश सेंट जेवियर्स स्कूल में बच्चों को स्केटिंग की ट्रेनिंग लेते हुए बाहर से ही देखा करता था। उसे भी स्केटिंग सीखने की दिली ख्वाहिश थी, मगर उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह ट्रेनिंग के पैसे दे सके, यहां तक कि स्केट्स खरीदने तक के पैसे उसके पास नहीं थे। वह किसी तरह अखबार बेचकर कर अपने घर और अपनी पढ़ाई (सरकारी स्कूल में) का खर्च पूरा कर पाता था। उसके पिता की बहुत पहले ही मौत हो चुकी थी। उसकी मां दूसरों के घरों में काम करके भी राजेश को पढ़ाना और एक कामयाब इंसान बनाना चाहती थी। पर, गरीबी राजेश का रास्ता रोके खड़ी थी। लेकिन, राजेश को सेंट जेवियर्स स्कूल के स्केटिंग कोच सुमित शर्मा और स्कूल के प्रिंसिपल का सपोर्ट मिला। उसे मुफ्त में ट्रेनिंद दी गई। इसके बाद इसके नेशनल प्लेयर बनने तक की कहानी भी आई नेक्स्ट में प्रमुखता के साथ पब्लिश की गई थी। 12 मई 2012 और फिर 23 जुलाई 2012 (फ्रंट पेज) को आई नेक्स्ट ने राजेश की कामयाबी और स्ट्रगल की कहानी पब्लिश की।

मुंबई गई पेपर कटिंग और बन गई फिल्म

पिछले साल चाइना में स्केटिंग की इंटरनेशनल चैंपियनशिप के लिए मुंबई में सेलेक्शन ट्रायल हुआ था। उसी सेलेक्शन ट्रायल के दौरान राजेश के कोच सुमित शर्मा आई नेक्स्ट में छपी उसकी सभी स्टोरीज की पेपर कटिंग लेकर मुंबई गए थे। सुमित शर्मा कहते हैं कि उन्होंने आई नेक्स्ट में छपी राजेश की कहानी की सभी पेपर कटिंग्स मुंबई में एक स्केटिंग एसोसिएशन में सबमिट की थी। सुमित शर्मा का दावा है कि मुंबई में सबमिट की गई उन्हीं पेपर कटिंग्स को देखकर फिल्म की पूरी कहानी तैयार कर ली गई और अब वह फिल्म 9 मई को रिलीज होनेवाली है, जिसका नाम 'हवा हवाई' है।

इसके खिलाफ मैं कानून का सहारा लूंगा

सुमित शर्मा बताते हैं कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई कि राजेश की जिंदगी की कहानी पर कोई फिल्म बनाई जा रही है। इसकी जानकारी न तो राजेश को है और न ही खुद सुमित को कि राजेश के स्ट्रगल पर बेस्ड 'हवा हवाई' फिल्म बनाई गई है। सुमित का कहना है कि उनसे इस बारे में कोई कॉन्टैक्ट नहीं किया गया। उन्होंने इस फिल्म का प्रोमो देखा है। वह कहते हैं कि अगर राजेश पर फिल्म बनानी ही थी, तो कम से कम एक बार उनसे और राजेश से फिल्म बनानेवालों को कॉन्टैक्ट करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। सुमित ने कहा- मैं इसके लिए कानून का सहारा भी लूंगा।

'बिना हमारी जानकारी के राजेश पर एक फिल्म तैयार कर ली गई। मैंने फिल्म का प्रोमो देखा। इस फिल्म की कहानी राजेश की स्ट्रग्लिंग लाइफ की कहानी है, जिसे आई नेक्स्ट में प्रमुखता के साथ पब्लिश किया गया था.'

-सुमित शर्मा

स्केटिंग कोच