शहर में नहीं चल रहा एक का छोटा सिक्का, डीजे आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में हुआ खुलासा,

-बैंकों पर तोहमत मढ़ हुए दुकानदार, पब्लिक हो रही परेशान

शहर में सिक्कों पर एक बार फिर मुसीबत आ गयी है। इस बार निशाना एक रुपये का छोटे साइज का सिक्का। दुकानदारों ने इसे चलन से बाहर कर दिया है। अगर कोई कस्टमर उन्हें सिक्का देता है यह कहकर लेने से इनकार कर देते हैं कि कोई ले ही नहीं रहा है। इसके लिए बैंकों का हवाला देते हैं कि बैंक तक इन सिक्कों को नहीं ले रहा है। आए दिन दुकानदारों और ग्राहकों में किचिकच होती है। सिक्के लोगों के घरों में पड़े हुए हैं। शहर के दुकानदार एक रुपये का छोटा सिक्का ले रहे हैं या नहीं और नहीं ले रहे तो उसकी क्या वजह है जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शनिवार को रिएलिटी चेक किया। इसमें जो बात सामने आई वो चौंकाने वाली थी। आप भी जानिए क्या रहा इस रिएलिटी चेक में।

सीन-वन

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्ट अपने जेब में ढेर सारे एक के छोटे सिक्के लेकर घौसाबाद स्थित एक जनरल स्टोर पर पहुंचा। 20 रुपये की चॉकलेट लिया, दुकानदार को 20 सिक्के दिए तो उसने लेने से साफ इनकार कर दिया। रिपोर्टर ने नियमों का हवाला दिया तो बोला कि ग्राहक से लेकर बैंक तक नहीं ले रहे तो मैं क्यों लूं।

सीन-टू

रिपोर्टर का अगला पड़ाव जगतगंज था। एक दुकान पर पहुंचकर दस सिक्के देकर बिस्किट मांगा तो दुकानदार ने छोटे सिक्के लेने से मना कर दिया। बोला भइया खुद मेरे पास ऐसे सैकड़ों सिक्के पड़े हैं। अगर आप कहीं चला सको तो ले लो। इस शहर में तो यह सिक्का चलने से रहा। जिसे दो वो यही कहता है कि सरकार ने ये सिक्का बंद कर दिया है।

सीन-थ्री

लहुराबीर चौराहे के पास शिकंजी बेचने वाले के पास जाकर रिपोर्टर ने सिक्कों को चलाने की कोशिश की। उसने तो साफ इनकार कर दिया। बोलो ये मुसीबत आप मत दो भले बिना पैसे दिए शिकंजी पी लो। बताया कि ये सिक्के कई महीनों से चलन से बाहर हो गए हैं। सब्जी मंडी में तो व्यापारी देखते ही इनकार कर देते हैं।

सीन-फोर

सिक्कों की पड़ताल में शहर में भ्रमण कर रही दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम का ध्यान एक चश्मे की दुकान ने खींचा। उसने अपने शोकेस पर दस के और एक के छोटे सिक्के चस्पा कर रखा था। वजह पूछने पर बताया कि ये वो सिक्के हैं जो कोई नहीं लेता। यह देख लोग समझ जाते हैं कि यहां यह सिक्के स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

सभी सिक्के वैध है

आरबीआई का नोटिफिकेशन है कि जितने भी सिक्के हैं सब चलन में है। 26 जून को जारी हुई गाइडलाइन में साफ-साफ कहा गया है कि सभी सिक्के वैध मुद्रा है और विभिन्न स्वरूपों में जारी हुए सिक्कों को स्वीकार करना जारी रखें। आरबीआई ने कहा है कि समय-समय पर आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व के थीम पर विभिन्न तरह के सिक्के जारी किए जाते हैं। साथ ही जनता की जरूरतों के हिसाब से इन्हें जारी किया जाता है। सिक्के लंबे समय से और विभिन्न डिजाइन और आकार में चल रहे हैं। सभी तरह के आकार और डिजाइन के सिक्के वैध मुद्रा हैं।

सिगरा स्थित एक प्राइवेट बैंक में सिक्का नहीं लिया जा रहा है। सिक्का जमा करने जाते हैं तो कैशियर देखते इनकार कर देता है। जब बैंक सिक्का नहीं लेगा तो फिर हम क्यों ले।

प्रभाकर शास्त्री, दुकानदार सिगरा

शहर के दुकानदार एक का छोटा सिक्का नहीं ले रहे हैं। जिसे भी दो वो साफ इनकार कर देता है। पूछने पर कहता है कि बंद हो गया सिक्का और बैंक भी नहीं ले रहा है।

डंपी तिवारी, पब्लिक पांडेयपुर

सिक्कों को लेकर कई बार गड़बड़ी होती है। सरकार करे ना करे शहर के दुकानदार कब कौन सा सिक्का चलन के बाहर कर देंगे पता ही नहीं चलता। पहले दस का किया अब एक का।

शशांक शेखर त्रिपाठी, अधिवक्ता