- एमकेपी कॉलेज ने आरक्षण मानकों की अनदेखी की

- मेरिट में गलत तरीके से दिया गया है आरक्षण

DEHRADUN: एमकेपी पीजी कॉलेज में मेरिट के मानकों का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है। कॉलेज द्वारा जारी की गई मेरिट में आरक्षण नियमों को खुलकर उल्लंघन हो रहा है। कॉलेज की मेरिट में ओबीसी, एससी और एसटी कैटेगरी कैंडिडेट्स की मेरिट जनरल कैंडिडेट्स की मेरिट के बराबर आ रही है। ऐसे में कई कैटेगरी कैंडिडेट्स को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

नेक्स्ट डे नई मेरिट जारी की

दरअसल, महादेवी कन्या पाठशाला में ख्ख् जुलाई को म्0 सीट के लिए बीकॉम, बीए और बीएससी की मेरिट जारी की गई थी, लेकिन कैटेगरी कैंडिडेट्स को जगह न देने के कारण कॉलेज ने मेरिट को रद्द कर नेक्स्ट डे नई मेरिट जारी की। इस मेरिट में बीकॉम और बीएससी की क्ख्0-क्ख्0 सीट के लिए कटऑफ जारी की गई। अगले दिन कॉलेज ने बीए की क्ख्0 सीट के लिए भी मेरिट जारी की। लेकिन अगर गौर करें तो यह सभी मेरिट अवैध हैं।

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आरक्षण के नियम हुए धराशाही

कॉलेज द्वारा जारी की गई सभी कोर्सेज की मेरिट में आरक्षण के मानकों का खुलकर मजाक उड़ाया जा रहा है। कॉलेज ने एससी, एसटी और ओबीसी के लिए अलग से जारी की गई मेरिट में कई गलतियां की हैं। मेरिट में रिजर्वेशन किस आधार पर दिया गया इसका भी कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के पास कोई जवाब नहीं है। अब कॉलेज अपनी गलती को छुपाने के लिए जारी की गई मेरिट को मानकों के अनुरूप बता रहा है।

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यह हैं मानक

किसी भी मेरिट लिस्ट के जारी होने से पहले रिजर्वेशन के नियमों के आधार पर कैंडिडेट्स की कटऑफ जारी की जाती है। इसके अलावा सभी कैटेगरीज की मेरिट जनरल कैटेगरी के लिए जारी की गई मेरिट से कम होना होता है। लेकिन कॉलेज में जारी की गई मेरिट में सभी कैटेगरीज में गड़बड़ है। यह गड़बड़ सभी कोर्सेज की मेरिट में की गई है। बीकॉम की मेरिट पर नजर डाले तो कॉलेज ने जनरल की मेरिट 8म्.ब् से म्ब् परसेंट पर रुकी है। लेकिन वहीं एससी की मेरिट 7क्.8 से ब्ख् है। जबकि एसटी की 7फ्.ब् से ब्7.ब् और ओबीसी की 8फ्.8 से म्फ् है। इन सभी कैटेगरीज की मेरिट जनरल के बराबर है। जो कि नियमों के खिलाफ है। नियमों के आधार पर कैटेगरी की सभी मेरिट्स जनरल की मिनिमम परसेंटेज से कम होनी चाहिए।

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कैंडिडेट्स को होगा नुकसान

कॉलेज की इस चूक से जहां मेरिट गड़बड़ा रही है। वहीं कैटेगरी कैंडिडेट्स भी परेशान होंगे। नियमों के आधार पर जहां जिन स्टूडेंट्स को जनरल कैटेगरी में आना था वह भी कैटेगरी में गिने जा रहे हैं। इससे दूसरे कैंडिडेट्स को काफी नुकसान होगा। जो मेरिट में आ सकते थे लेकिन कॉलेज की चूक के चलते मेरिट में जगह नहीं बना पाए।

यह है मेरिट

बीकॉम

जनरल - 8म्.ब् - म्ब् परसेंट

एससी - 7क्.8 - ब्ख् परसेंट

एसटी - 7फ्.ब्- ब्7.ब् परसेंट

ओबीसी - 8फ्.8 - म्फ् परसेंट

बीएससी

जनरल - 8ख्- म्0 परसेंट

एससी - 80.8 - ब्7 परसेंट

एसटी - म्भ्.ख् - म्0.म् परसेंट

ओबीसी - 8फ्.8 - म्फ् परसेंट

बीए

जनरल - 89.म्- म्0 परसेंट

एससी- 8भ्.8 -भ्7.ब् परसेंट

एसटी - 7म्.म् - 7फ्.ख् परसेंट

ओबीसी- 8फ् - म्भ्.म् परसेंट

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टीचर्स के रिजर्वेशन मामले में एमकेपी से जुड़ा मामला पहले भी आ चुका है। पहले कॉलेज को हिदायतें दी गई थी। जिसके बाद मामला सुलझा लिया गया था। मेरिट के मामले की जानकारी नहीं है। इस मामले में कॉलेज से बात की जाएगी। नियमों का उल्लंघन किसी हाल में नहीं किया जा सकता है।

--- सुरेश राठौर, उपाध्यक्ष, उत्तराखंड अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग

मेरिट में नियमों का पूरी तरह से ध्यान रखा गया है। रिजर्वेशन में कोई गलती नहीं है। अगर कोई गलती हुई है तो इसे देखा जाएगा। नियमों के आधार पर ही एडमिशन किए जाएंगे।

-- डा। इंदू सिंह, प्रिंसिपल, एमकेपी पीजी कॉलेज