यूनिवर्सिटी को 16 सालों का हिसाब नहीं दे पाए कॉलेज

एग्जाम सहित विभिन्न कार्यो के लिए कॉलेजों को दिया था एडवांस

Meerut । यूनिवर्सिटी के 30 करोड़ रुपये कॉलेज गटक गए हैं। ऐसे में अब यूनिवर्सिटी सहित शासन ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है। गौरतलब है कि परीक्षा सहित विभिन्न कार्यो के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से दी गई करोड़ों की रकम का कॉलेजों ने बीते 16 साल से हिसाब नहीं दिया है। करोड़ो रुपए की रकम फंसने पर अब लेखा विभाग ने आपत्ति जताई है। इस बाबत कॉलेजों से रिपोर्ट मांगी गई है।

विधान मंडल समिति की निगरानी

दरअसल, कॉलेजों द्वारा हड़पी गई इस रकम को लेकर विधान मंडल समिति भी निगरानी कर रही है। पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी ने कॉलेजो से तत्काल समायोजन कराने के आदेश दिए है। इसके साथ ही अगर रकम यूज नहीं हुई तो उसे वापस करने के आदेश दिए है। वहीं, रकम का हिसाब न देने पर कॉलेजों को सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी।

होता है प्रतिवर्ष का खर्च

गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी हर साल परीक्षा व इससे जुड़े विभिन्न कार्यो के लिए कॉलेजों को एडवांस रकम देता है। इस राशि को कॉलेज परीक्षा आदि में खर्च करते हैं। नियमों के अनुसार कॉलेजों को परीक्षा के बाद विवि में मिली एडवांस रकम का समायोजन कराना होता है। यदि राशि अधिक है तो यूनिवर्सिटी को वापस करनी होती है, लेकिन बीते सोलह साल में कॉलेजों ने यूनिवर्सिटी से मिली रकम का कोई हिसाब नहीं दिया है।

ऑडिट विभाग की आपत्ति

करोड़ों के रुपए न मिलने पर ऑडिट विभाग ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। शासन ने भी इस मामले में विधान मंडल समिति गठित कर दी है। वहीं करोड़ो रुपए की रकम फंसने पर यूनिवर्सिटी ने कॉलेजों से तत्काल बिल समायोजित करन का आदेश दिए है, अब कॉलेजों को दो मंथ का समय दिया गया है। अगर इन दिनों में कॉलेज कुछ नहीं करते हैं तो यूनिवर्सिटी स्तर से बड़ी कार्रवाई करना तय है।

कॉलेजों से हिसाब मांगा गया है, ये काफी पुराना मामला है, जांच चल रही है, जो भी जिम्मेदार हैं उन पर भी सख्ती बरती जाएगी, बाकी कॉलेजों पर भी कार्रवाई की तैयारी है।

धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार, सीसीएसयू