- यूपीटिफ के प्रतिनिधियों ने वीसी से की मुलाकात

- यूनिवर्सिटी के सॉफ्टवेयर की गलती के चलते हुई है प्रॉब्लम

LUCKNOW: यूपी टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस फाउंडेशन ने डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी की डिफिसियंशी रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगा दिया है। बुधवार को वीसी से मिलने गए कॉलेज प्रतिनिधियों ने यूनिवर्सिटी के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामी का हवाला देते हुए एफीलिएशन समिति में इस मामले में कुछ छूट दिए जाने की मांग रखी। वहीं, इस पूरे मामले में फाउंडेशन के प्रतिनिधि मंडल ने प्रमुख सचिव से भी मुलाकात की। फाउंडेशन के सचिव अंबिका मिश्रा ने कहा कि यूनिवर्सिटी की ओर से जो डाटा जारी किया गया है, वह सही नहीं है। बहुत से कॉलेजों ने पोर्टल पर कमियों को सुधारा है। उन्होंने बताया कि बहुत से शिक्षकों के पैन कार्ड और फीड किए गए डाटा में नाम में मामूली अंतर है। ऐसे में सॉफ्टवेयर की जांच में ऐसे 10 हजार के करीब शिक्षक बिना गलती के डिफॉल्ट कर दिए गए। उन्होंने मामले में दोबारा मौका दिए जाने की मांग की है। साथ ही एफीलिएशन कमेटी में ऐसे मामले में ढील देकर नियुक्ति की प्रक्रिया कराने की अनुमति देने की मांग हैं।

कई कॉलेजों की मान्यता पर संकट

टेक्निकल यूनिवर्सिटी की एफीलिएशन कमेटी की मीटिंग गुरुवार को प्रस्तावित है। कमिटी में यूनिवर्सिटी ने फर्जी शिक्षकों वाले कॉलेजों के बारे में भी जानकारी रखी जानी है। ऐसे में 400 से ज्यादा कॉलेजों पर कार्रवाई या उन्हें एक सीमित अवधि में मौका दिए जाने का फैसला लिया जा सकता है।

सभी कॉलेजों की ओर से भेजे गए जवाब का भी अध्ययन किया जा रहा हैं। सॉफ्टवेयर ने जानकारी के आधार पर ही डाटा जनरेट किया है। मानक के विपरित वाले कॉलेजों की मान्यता वापस की संस्तुति की जाएगी।

- प्रो। विनय कुमार पाठक,

वीसी