बदलाव

सोशल साइट्स पर चढ़ा सियासत का रंग

चुनाव के मौसम में हाईटेक हुए नेता

- आचार संहिता के भय से सभी नेता सोशल नेटवर्किंग पर कर रहे जमकर प्रचार

- आम लोगों के बीच भी हो रही चर्चा, रोजाना हो रहा हार-जीत का सर्वे

आई स्पेशल

सुंदर सिंह

Meerut:: विधानसभा चुनाव की चर्चा से गली- मोहल्ले भले ही बेनूर दिखते हों, मगर सोशल साइट्स की चौपाल पर सियासी रंग हर दिन चटख होता जा रहा है। वहां युवाओं का जमघट है। सियासी नाव के खेवनहारों ने भी आचार संहिता के चलते सोशल साइट्स की ओर रूख किया है, जिस पर पार्टीयों ने अपने-अपने पेज बनाकर जमकर पार्टियों की योजनाओं का हवाला देकर लाइक्स और कमेंट बटोरे जा रहे हैं।

जमकर लग रहे आरोप-प्रत्यारोप

एक ओर जहां ट्वीटर, फेसबुक, वाट्स-एप, यू-ट्यूब, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मंच पर सियासी कारिंदे अपने पार्टी के प्रचार में जी-जान से जुटे हैं। वहीं दूसरी ओर एक दूसरे की पार्टी पर आरोपों के वार भी कर रहे हैं। बसपा नेता कुशलप्रकाश ने फेसबुक पर विजयी परचम लेकर बढ़ते हाथी का फोटो पोस्ट किया है। वहीं सादाब रजा ने फेसबुक पर लिखा-फैसला जो भी हो मंजूर होना चाहिए, काट दिए जिसने पांच साल यूपी की तरक्की में, यहां फिर अखिलेश होना चाहिए। वहीं कुछ लोगों ने मोदी को शेर की भूमिका में फेसबुक पर पेश किया है। साथ ही आने वाली सरकार सिर्फ बीजेपी का जिक्र किया है।

सुधारों की भी दरकार

इसके अलावा कुछ लोग दलों से विकास की उम्मीद पर वोट करना चाहते हैं। आयुष ने दलों के लिए पांच शर्ते रखी हैं। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में सुधार, पढ़ाई-सफाई बेहतर हो, शिक्षकों पर पढ़ाने का दबाव, जो इन्हें पूरा करने का वादा करेगा, उसी को वोट मिलेगा। वी सपोर्ट नरेंद्र मोदी अकाउंट, नरेंद्र मोदी नामक फेसबुक अकाउंट पेज से प्रधानमंत्री की विकास पुरुष छवि के जरिए समर्थक समर्थन की अलख जगाने में लगे हैं।

कांग्रेस यहां भी फिसड्डी

कांग्रेस का प्रदर्शन फेसबुक पर बेहद लचर दिखता है। ट्वीटर पर सबसे अधिक बसपा कार्यकर्ता सक्रिय हैं। अंबेडकर केरावन, बहुजन समाज इंडिया, बहुजन समाज पार्टी, बीएसपी यूपी मिशन 2017 के नाम से ट्वीटर अकाउंट बने हैं। इन अकाउंट से पोस्टर, वीडियो अपलोड कर बसपा की नीतियों से युवाओं में जगह बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं अखिलेश यादव का ट्वीटर भी डेली अपडेट नहीं हो रहा। हां, फेसबुक पर अखिलेश यादव-डिंपल यादव फैन्स क्लब के पेज से युवाओं को साधने की जुगत हो रही है। सोशल साइट्स पर बीजेपी के कार्यकर्ता सबसे ज्यादा एक्टीव दिख रहे हैं। फेसबुक, ट्वीटर, वाट्स-एप, यू-ट्यूब ज्यादातर सभी साइट्स पर बीजेपी का प्रचार जमकर किया जा रहा है।

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